मध्य रेल महाप्रबंधक सहयोगियों के साथ पहुंचे, समस्याओं की ली जानकारी

डिजिटल डेस्क, अकोला. मध्य रेल विभाग के महाप्रबंधक द्वारा प्रतिवर्ष रेलवे स्टेशन का निरीक्षण कर कामकाज का जायजा लिया जाता है। वहां पर निर्माण होने वाली समस्याओं की जानकारी अधिकारी तथा रेल विभाग के संगठनों के पदाधिकारी तथा सासंद, विधायकों से चर्चा के बाद उन्हें हल करने के निर्देश देते हैं। विगत 2018 के बाद से महाप्रबंधक द्वारा जायजा न लिए जाने के कारण समस्या जस की तस बरकरार थी। हाल ही में रेल मंत्रालय ने मध्य रेल महाप्रबंधक पद पर नरेश लालवाणी की नियुक्ति है, नियुक्ति के पश्चात उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ सोमवार को भुसावल से लेकर अमरावती तक रेल स्टेशनों का जायजा लिया। अकोला में निरीक्षण के दौरान संगठनों के प्रतिनिधि मंडलों के पदाधिकारियों ने उन्हें अकोला स्टेशन की समस्याओं से अवगत करवाया। उन्होंने आश्वस्त किया कि वे जल्द ही समस्या का निराकरण करने का प्रयास करेंगे। महाप्रबंधक के दौरे की जानकारी मिलने के पश्चात अकोला रेलवे स्टेशन व्यवस्थापन काफी सजग आया। निरीक्षण के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के अलावा उन्हें किसी प्रकार की समस्या न दिखाई दे इसके लिए रेल विभाग के अधिकारियों द्वारा पूरी सतर्कता बरती गई। दोपहर 3 बजे पहुंचे महाप्रबंधक ने कुछ स्थानों का निरीक्षण कर उन्होंने रेल संगठन तथा विधायक से विचार विमर्श किया। वार्षिक निरीक्षण के दौरान पुलिस तथा रेल प्रबंधन जिस तरह से सजगता बरत रहा था उसे देखकर रेल्वे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को काफी राहत मिली, लेकिन उनके जाते ही स्टेशन की स्थिति जस की तस बन गई ।
मांगों का सौंपा ज्ञापन
डीआरयूसीसी के सदस्य विमल जैन ने विभिन्न मांगों का ज्ञापन महाप्रबंधक को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि हुजून साहेब नांदेड से अयोध्या तक सीधी ट्रेन चलाए, जिससे नांदेड़ – हिंगोली – वाशिम अकोला श्री राम भक्त अयोध्या पहुंचकर श्री रामजी के दर्शन कर पायेंगे, हजूर साहेब नांदेड़ से मुंबई एलटीटी तक चलने वाली ट्रेन का समय बदला जाय, ताकि इस ट्रेन का लाभ व्यापारियों समेत अन्य यात्रियों को हो, यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए भुसावल - नागपुर के बीच मुंबई की तर्ज पर लोकल ट्रेन चलाने की अत्यंत आवश्यकता है ! अमरावती से उधना तक चलने वाली ट्रेन को फिर से आरंभ किया जाए, अमरावती से जबलुपर ट्रेन चलाई जाती है जिसे शेगाव से या अकोला से चलाया जाए, नागपुर - मुंबई दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन को अकोला में हाल्ट दिया जाए, नियोजित प्रकल्प अमरावती- नागपुर मेट्रो को संतनगरी शेगांव तक बढाया जाए जिसका लाभ वाशिम , यवतमाल, बुलढाणा तथा अकोला के नागरिकों को होगा, प्लेटफार्म क्र 4,5,6 की पटरियों को जोड़ा जाए ताकि प्लेटफार्म क्र. 3 का लोड कम हो जाएगा तथा प्लेटफार्म नंबर 3 की समीप लाइन को पीट लाइन बनाया जाए, इटारसी रूट पर चलने वाली यात्री ट्रेनों में पानी भरने की व्यवस्था भी की जाये, स्टेशन पर वेटिंग रूम और रिटायरिंग रूम का स्टाफ ही नही है, कमर्शियल विभाग ने आईआरसीटीसी को हैंड ओवर किए बिना ही यहां का स्टाफ निकाल दिया है, जिससे यात्रियों को असुविधा हो रही है, समेत अन्य मांगों का समावेश है।
वार्षिक निरीक्षण पर अकोला आए महाप्रबंधक से चर्चा के दौरान उन्हें जाने की गड़बड़ी थी। जिससे उनसे विस्तार पूर्वक चर्चा नहीं हो पाई। बैठक से वे जल्द निकलकर चले गए, रेलवे स्टेशन का जायजा लेने के लिए पहुंचे अधिकारी के पास समस्या सुनने का समय नहीं था तो दौरे को कोई भी औचित्य नहीं रह जाता है। उनके इस व्यवहार का उन्हें करारा जवाब दिया जायेगा। उनके द्वारा किए रवैए की शिकायत की जायेगी।
नहीं था महाप्रबंधक के पास जवाब
बैठक में उपस्थित महाप्रबंधक से विधायक रणधीर सावरकर ने सवाल पूछा कि रेलवे स्टेशन के निकासी मार्ग पर अमनदीप होटल को जगह किस आधार पर दी गई क्योंकि यह निकासी का मार्ग है। इस सवाल पर महाप्रबंधक ने कहा कि इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है जानकारी लेकर अवगत करवाएंगे। बता दें कि किसी भी रेलवे स्टेशन पर प्रवेश व निकासी मार्ग होते हैं लेकिन अकोला रेलवे स्टेशन पर निकासी है किंतु वह अवरूध्द है।
Created On :   21 Feb 2023 4:26 PM IST