वारा जहांगीर सिंचाई जलाशय का छोड़ा गया पानी मानोरा तहसील सीमा में पहुंचा

डिजिटल डेस्क, वाशिम. वारा जहांगीर सिंचाई जलाशय से असीमित जल छोड़े जाने से इस जलाशय के तहत पुस नदी पात्र, जिला जलसंधारण अधिकारी के मार्फत बनाए गए 7 सिमेंट बांध ओवर फूल होकर पुस नदी के पात्र से पानी मानोरा तहसील के ग्राम वटफल मंओ पहुंच गया । परिणाम स्वरुप वारा जहांगीर सिंचाई जलाशय का जल शून्य स्तर पर पहुंचने की कगार पर है । लघु सिंचाई विभाग की गैरज़िम्मेदारी से निकासी सिंचाई पर आधारित 3 हज़ार एकड़ की फसल खतरे में आ गई है । इसकी जिलाधिकारी वाशिम से राजस्व प्रशासन के मार्फत जांच कर दोषियों पर कारवाई किए जाने की मांग निकासी सिंचन करनेवाले किसानों की ओर से हो रही है । चार हज़ार एकड़ सिंचाई क्षमतावाले वारा जहांगीर सिंचाई जलाशय से भारी पैमाने पर जल छोड़ने से हज़ारों एकड़ की बागायती फसल खतरे में पड़ गई है । इस सम्बंध में लघू सिंचाई विभाग क्रमांक 3 मालेगांव द्वारा इस ओर गंभीरता से विचार ना किए जाने से प्रकल्प ग्रस्त किसानों की फसल पानी के अभाव में परिपक्व होने से पूर्व ही सुखने की संभावना है । पिछले 15-20 दिन से सतत पुस नदी के पात्र में अधिक फोर्स से पानी छोड़ जा रहा है । इसवर्ष बारिश अधिक होने से मानसून की फसल नष्ट हो गई । शीत फसल की उपज बदलते मौसम के परिणाम से घटेंगी । ऐसे में परिपक्व होने से पूर्व ही लाभक्षेत्र के किसानों की फसल पानी के अभाव में खतरे में पड़ गई है । जलाशय में बेहद अल्प जलसंचय शेष है और सिंचाई विभाग क्रमांक 3 मालेगाव के अधिकारियों के शोराचार के कारण 3 हज़ार एकड़ की फसल खतरे में पड़ गई है
Created On :   10 Feb 2023 6:51 PM IST