देश की अखंडता के लिए घातक है धार्मिक ध्रुवीकरण

Religious polarization is fatal for the integrity of the country
देश की अखंडता के लिए घातक है धार्मिक ध्रुवीकरण
बुलढाणा देश की अखंडता के लिए घातक है धार्मिक ध्रुवीकरण

डिजिटल डेस्क, बुलढाणा। भारतीय संविधान देश को एकता और भाईचारे से जोड़ता है। किंतु वर्तमान स्थिति में हिंदू मुस्लिम के नाम पर देश में भय व आतंक का माहौल निर्माण कर धार्मिक ध्रुवीकरण करने का कार्य शुरू है। इससे देश की बुनियादी समस्याओं की ओर अनदेखी कर धार्मिक असंतोष निर्माण किया जा रहा है। यह स्थिती देश की अखंडता के लिए घातक है, ऐसा प्रतिपादन बामसेफ व भारत मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम ने किया।
रविवार, १० जुलाई को स्थानीय गर्दे वाचनालय के सभागृह में बामसेफ व भारत मुक्ति मोर्चा के जिलास्तरीय प्रबोधन सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम के अध्यक्ष स्थान से वह बोल रहे थे। मेश्राम ने बताया कि, पूरे देश में समता, स्वाधिनता व भाईचारा के आधार पर समाज व्यवस्था निर्माण करने हेतू हम कार्य कर रहे है ऐसा भी उन्होंने बताया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन प्रा. डी. आर. माली के हाथों किया गया। इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर डॉ. विलास खरात ने मंतव्य व्यक्त किया। कार्यक्रम में अभिजीत भगत, राहुल इंगले, मधुकर गव्हांदे, संध्या गवई, अभय मारोडे, प्रताप पाटील, कुणाल पैठणकर इन्होंने भी अपने विचार प्रकट किए। मंच पर दादासाहब काटकर, भिकाजी मेढे, भारसाखले गुरुजी, अशोक दाभाडे, दादाराव पगारे, अशोक भिवटे, लता खिल्लारे आदि उपस्थित थे। संचालन राजु जाधव, प्रस्तावना प्रा. कमलाकांत तायडे तथा आभार विजय पवार ने प्रकट किए। कार्यक्रम की सफलता के लिए संगीता मोहोड, संध्या हिवाले, जी.डी. गवई, मोहोड, सुनिल जवंजाल, सुधीर सोनटक्के, सागर मोरे, ज्ञानेश्‍वर खिल्लारे, एड. वानखेडे, ज्ञानेश्‍वर बावणे, शेख, खोडके, म्हस्के आदि ने प्रयास किए।

Created On :   14 July 2022 7:06 PM IST

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