अपने प्रेरणापुंज को इस तरह याद कर रही है बीजेपी

Remembering Shyama Prasad Mukherjee on his birth anniversary
अपने प्रेरणापुंज को इस तरह याद कर रही है बीजेपी
अपने प्रेरणापुंज को इस तरह याद कर रही है बीजेपी

डिजिटल डेस्क, भुवनेश्वर.

जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की 116 वीं जयंती पर बीजेपी उन्हें याद कर रही है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने ओडिशा के भुवनेश्वर में डॉ. मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी।

डॉ. मुखर्जी आजादी के बाद नेहरू सरकार में मंत्री भी रहे। श्यामा प्रसाद मुखर्जी को प्रखर राष्ट्रवादी नेता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने इंग्लैंड से बैरिस्टर की डिग्री हासिल की थी। आजादी के बाद डॉ. मुखर्जी पंडित जवाहरलाल नेहरू की नेतृत्व वाली सरकार में उद्योग और आपूर्ति मंत्री बने। हालांकि अपनी विचारधारा के चलते उनका मतभेद कांग्रेसी नेताओं से बराबर होता रहता था। आखिर उन्होंने 6 अप्रैल 1950 को मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उन्होंने जनसंघ की स्थापना की थी। मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता के प्रतिष्ठित परिवार में हुआ था। उन्होंने 1917 में मैट्रिक पास की तथा 1921 में बीए में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने बंगाली भाषा से एम.ए. की डिग्री हासिल की और बाद में वे इंग्लैंड चले गए और वहां से बैरिस्टर की डिग्री हासिल करके 1926 में भारत वापस लौटे।

देश की एकता को लेकर डॉ. श्‍यामा प्रसाद मुखर्जी ने कहा था, 'एक देश–दो वि‍धान, दो प्रधान–दो नि‍शान' नहीं चल सकता। मुखर्जी जम्मू कश्मीर को अलग राज्य का दर्जा देने के काफी खिलाफ थे। उन्होंने इसका जमकर विरोध किया। वो धारा-370 के खिलाफ थे और इसको खत्म करने की जोरदार वकालत करते थे। इसके विरोध में उन्होंने 1953 में बिना आज्ञा लिए कश्मीर में प्रवेश किया। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद 23 जून 1953 उनकी रहस्यमय तरीके से मृत्यु हो गई।

Created On :   6 July 2017 9:49 AM IST

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