जिस विषय में दी परीक्षा, उसी में बताया अनुपस्थित

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कॉलेज में छात्राओं ने किया प्रदर्शन जिस विषय में दी परीक्षा, उसी में बताया अनुपस्थित

डिजिटल डेस्क,कटनी। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय की मार्कशीट में लापरवाही गल्र्स कॉलेज की करीब 125 छात्राओं पर भारी पड़ती हुई दिखाई दे रही है। 26 अप्रैल तक एग्जाम फार्म भरने का समय है और दो दिन पहले जारी रिजल्ट में छात्राओं को उन्हीं विषय में फेल बता दिया है। जिस विषयों की छात्राओं ने सप्लीमेंट्री परीक्षा दी थी। लापरवाही इस कदर हावी रही कि सप्लीमेंट्री के समय जितने अंक उस समय मिले थे। उसी तरह के अंक परीक्षा देने के बाद अंकसूची में भी रहे। खराब रिजल्ट आने पर छात्राओं ने कॉलेज में हंगामा मचाया और कहा कि बार-बार इस तरह से विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। प्राचार्य को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा। जिस पर प्राचार्य ने उचित कार्यवाही का आश्वान दिया है।  

मार्कशीट में किया गैरहाजिर

कामर्स विषय की छात्रा परीक्षा में शामिल हुई थी, लेकिन मार्कशीट में उसे गैरहाजिर बता दिया गया। उक्त छात्रा ने बताया कि बकायदा रोल नंबर भी शीट में अंकित किया गया था। इसके बावजूद उसे अनुपस्थित बताते हुए फेल कर दिया गया। छात्रा ने बताया कि यह गलती तिलक कॉलेज की है। जब तिलक कॉलेज में इसकी जानकारी लेने गई तो वहां पर कॉलेज प्रबंधन उसे ही दोष देने लगा, जबकि शीट में रोल नंबर देखने की जिम्मेदारी कॉलेज की ही रही। 

पुराने रिजल्ट को ही थमाया

बीएससी में अध्ययनरत आराधना ने बताया कि उसे जंतु विज्ञान और फाउंडेशन में कम अंक मिले थे। जिसके बाद उसे सप्लीमेंट्री कर दिया गया था। सप्लीमेंट्री की परीक्षा में वह बेहतर तैयारी के साथ शामिल हुई, लेकिन जब उसे अंकसूची मिली तो फिर से उन्हीं विषयों में फेल कर दिया गया। सबसे बड़ी बात तो यह रही कि पिछली परीक्षा में जिस तरह के अंक मिले थे। वही अंक सप्लीमेंट्री परीक्षा के बाद भी मिले। 

बीच मझधार में फंसे हम

छात्राओं का कहना है कि बीच मझधार में फंसा दिया गया है। बीए, बी.काम और बीएससी के फस्र्ट इयर में अध्ययनरत अधिकांश छात्राओं का रिजल्ट बिगड़ा हुआ है। यह विश्वविद्यालय की लापरवाही है। इसके बावजूद इसका खामियाजा यहां की छात्राएं उठा रहीं हैं। छात्राओं ने कहा कि जिस तरह से बार-बार मार्कशीट को मजाक बनाने का काम किया जा रहा है। उससे तो विद्यार्थी रिजल्ट आने तक डरे-सहमें रहते हैं। गायत्री पटेल ने कहा कि इस पर जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।

इनका कहना है 

इस संबंध में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के रजिस्टार से चर्चा की गई है। जिससे सुधार कार्य जारी है। कुछ छात्राओं की मार्कशीट में सुधार हो चुका है। अन्य छात्राओं की मार्कशीट में समय पर सुधार कार्य हो। इसके लिए पहल शुरु कर दी गई है। जिससे विद्यार्थियों को किसी तरह की परेशानी न हो। जितने बच्चों की जानकारी आई है, उसकी सूची विवि को भेजी गई है। 
-डॉ.आर.के. गुप्ता, प्राचार्य कन्या महाविद्यालय कटनी
 

Created On :   21 April 2023 3:40 PM IST

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