ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें हुईं बदहाल, मरम्मत का इंतजार

Roads in rural areas are in bad shape, waiting for repair
ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें हुईं बदहाल, मरम्मत का इंतजार
भंडारा ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें हुईं बदहाल, मरम्मत का इंतजार

डिजिटल डेस्क, भंडारा। जिले से गुजरनेवाले राष्ट्रीय व राज्य महामार्ग कुछ स्थानों पर जिले की शान बढा रहे है। जिले की ग्रामीण क्षेत्र की अनेक सडके सीमेंट काँक्रिट से बनाई गई है। इन सडकों का सीमेंट उखड गया है। गड्ढा गिरने से वाहन चालकों को बारिश के दिनों में दिक्कत हो सकती है। कुछ इलाकों में डामर उखड गया है। लेकिन जिले में अभी अंदरूनी सडकों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। जिस से किसान, यात्रि, छात्र व वाहन मालिकों को काफि नुकसान उठाना पडता है। जिले के नागरिकों की मांग है की जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान दे और आंतरिक समस्या का समाधान करे। जिले के अन्य राज्य महामार्गों कों भी पक्का कर दिया गया है। इनमें से अधिकतर सड़कों का निर्माण नवनिर्मित किया गया है। राज्य और राष्ट्रीय महामार्गों पर सडके चमक रही है। लेकिन जिले में अंदरूनी सड़कों की हालत काफी खराब है। 

प्रशासन की अनदेखी

ग्रामीण क्षेत्रों में खराब सड़कों को लेकर नागरिकों व्दारा संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ - साथ जनप्रतिनिधियों से बार - बार मांग किए जाने के बाद भी इस ओर अनदेखी की जा रही है। नागरिकों के ज्ञापन पर संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। इस लिए नागरिकों की समस्याए बनी रहती है, और उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पडता है। किसानों, नागरिकों, छात्रों व वाहन मालिकों की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए मांग की जा रही है। की ग्रामीण क्षेत्रों में खराब सड़कों की समस्या के समाधान के लिए जनप्रतिनिधियों ने ध्यान देने की जरूरत है।       

खस्ताहाल केसलवाड़ा मार्ग से नागरिक त्रस्त

तहसील के तहत आनेवाले केसलवाडा से हनुमान मंदिर से रेलवे क्रासिंग का मार्ग डेढ़ वर्ष में ही उखड गया है। प्रभाग क्रमांक 7 में 2020 में 77 लाख खर्च करके यह सीमेंट का मार्ग तैयार किया गया। इस मार्ग का कार्य अत्यंत निकृष्ट प्रति का किया गया है। निर्माणकार्य में कही भी लोहे की सरीया का उपयोग नही किया गया है। मार्ग की दोनों तरफ की किनारे नही भरे गए है। एक वर्ष के भीतर ही मार्ग को दरारे पड़ना शुरू हो गया है। परंतु कुछ कर्ताओं ने यह दरारे बुझाने का असफल प्रयास किया था। 77 लाख रूपयों का मार्ग तैयार करके पैसा बर्बाद होने का बताया जा रहा है। मार्ग की हालत देखकर जिसमें भ्रष्टाचार होने की आशंका बताई जा रही है। अंदाजपत्रक जैसे मार्ग तैयार न करके मार्ग का आखिरी देयक कैसे दिया गया इस बात की पूर्ण जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग अजबराव चिचामे समेत परिसर के नागरिकों ने प्रशासन की ओर लिखित ज्ञापन व्दारा की है।

कोंढा-सोमनाला-पिपंलगाव मार्ग पर गड्ढों का साम्राज्य 

पवनी तहसील अंतर्गत आनेवाले कोंढा – सोमनाला - पिपंलगाव सड़क पर बड़े पैमाने पर गड़ढें दिखाई दे रहे है। उपरोक्त मार्ग से रोजाना आवाजाही करने वाले वाहन चालक गड्ढों के कारण त्रस्त हो गए है। वाहन चालकों को विविध प्रकार की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। उक्त मार्ग का निर्माण कार्य मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से शीघ्र किए जाने की मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है। कोंढा, सोमनाला, पिपंलगाव मार्ग से प्रतिदिन असंख्य विद्यार्थी, किसान, नागरिक कोंढा ग्राम पहुचते है, भंडारा, नागपुर, पवनी व अन्य स्थान की ओर जाने के लिए कोंढा होते ही जाना पड़ता है। जिसके कारण उक्त मार्ग पर बड़े पैमाने पर वाहनों की आवाजाही रहती है। परंतु मार्ग पर बड़े पैमाने पर गड्ढें होकर मुरूम बाहर निकल जाने के कारण वाहन चालकों को इस मार्ग से गूजरते समय काफी मशक्कत करनी पड़ती है। कोंढा, सोमनाला मार्ग से भी रोजाना शिक्षक, किसान अनेक महाविद्यालय के विद्यार्थी व्यापारी भी आवाजाही करते है, जिन्हें गड्ढों के कारण परेशानी हो रही है। 

 

 

 

 

Created On :   11 May 2022 1:48 PM GMT

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