थाने में भाजयुमो कार्यकर्ताओं का हंगामा, प्रतापनगर थाने के 3 पुलिसकर्मियों के भी हुए तबादले

Ruckus by BJYM activists in police station, Policemen of Pratapnagar also transferred
थाने में भाजयुमो कार्यकर्ताओं का हंगामा, प्रतापनगर थाने के 3 पुलिसकर्मियों के भी हुए तबादले
थाने में भाजयुमो कार्यकर्ताओं का हंगामा, प्रतापनगर थाने के 3 पुलिसकर्मियों के भी हुए तबादले

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पुलिस थाने में भाजयुमो कार्यकर्ताओं की हंगामे के बाद पिटाई का मामला सामने आया है। आराेप है कि पुलिस ने कार्यकर्ताओं से मनमानी की। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्वाचन क्षेत्र में मध्यरात्रि में हुई इस घटना से खलबली मची है। पुलिस आयुक्त ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को रात 11 बजे प्रतापनगर चौक के पास भगवती सभागृह के पास कार की टक्कर से दो गाय घायल हो गई। सड़क पर हुए इस हादसे को लेकर आसपास के लोग जमा हुए। कार चालक को पुलिस थाने में ले जाया गया। बताया जाता है कि भाजयुमो के पदाधिकारी के रिश्तेदार की वह कार थी। लिहाजा रात में कुछ कार्यकर्ता कार चालक के बचाव में पुलिस थाने में पहुंचे। करीब 2 घंटे तक मामले में कार्रवाई नहीं होने को लेकर हंगामा हुआ। भाजयुमो के दक्षिण पश्चिम नागपुर के अध्यक्ष सारंग कदम ने समर्थकों के साथ पुलिस से बातचीत की। उस दौरान काफी बहस हुई। भाजयुमो कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने मुख्यमंत्री के करीबी कार्यकर्ता होने का हवाला दिया तो पुलिस भड़ककर मुख्यमंत्री के बारे में ही अपशब्द कहने लगी। बाद में सारंग व उसके साथी की पिटाई की। पुलिस का कहना था कि ये कार्यकर्ता शराब के नशे में हैं। लिहाजा उन्हें जांच के लिए मेडिकल अस्तपाल ले जाया गया। रात करीब 5 बजे तक यह घटनाक्रम चलता रहा। रात में ही अजनी क्षेत्र के सहायक पुलिस आयुक्त सोनवने प्रतापनगर थाने में पहुंचे थे। सुबह यह मामला भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का विषय बना। भाजयुमो की शहर अध्यक्ष शिवानी दानी, महामंत्री जीतेंद्र ठाकरे व अन्य ने मनपा के सत्ता पक्ष नेता संदीप जोशी के साथ चर्चा की। शनिवार को सुबह 11 बजे सभी कार्यकर्ता पुलिस आयुक्त से मिलने पहुंचे। पुलिस आयुक्त डॉ. भूषणकुमार उपाध्याय ने दोनों पक्ष की बात सुनी। उपायुक्त विवेक मसाल को मामले की जांच के निर्देश दिए। सहायक आयुक्त सोनवने को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।

 

पुलिस का अपराधी जैसा व्यवहार

सारंग कदम के मुताबिक पुलिस ने जनप्रतिनिधियों के साथ अपराधियों सा व्यवहार किया। अशोभनीय बातें कीं। मारपीट की। अपराधियों की तरह मेडिकल अस्पताल ले जाया गया। थाने व मेडिकल के सीसीटीवी फुटेज में सारी जानकारी मिल जाएगी।

उपायुक्त विवेक मसाल का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। यह प्रकरण प्रतापनगर थाने में दर्ज है। कार्यकर्ताओं ने 3 पुलिसकर्मियों के बारे में शिकायत की है। जांच के बाद जो भी सत्य सामने आएगा, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

 

प्रतापनगर थाने के 3 पुलिसकर्मियों के तबादले

प्रतापनगर थाने के दो हवलदार सहित तीन पुलिस कर्मियों का तबादला पुलिस हेडक्वार्टर में कर दिया गया। इसमें हवलदार सुरेश आठवले, सुधीर गुडधे और सिपाही ज्ञानचंद दयाप्रसाद यादव शामिल हैं। इनके खिलाफ जांच शुरू की गई है। इन पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि प्रतापनगर क्षेत्र में गजानन नगर चौक में पुलिसकर्मियों ने एक कार चालक की पिटाई की। उसके बाद उसे छोड़ दिया। हुआ यूं कि तेज रफ्तार से कार चलाते हुए चालक ने दो मवेशियों को टक्कर मार दी, जिससे दोनों मवेशियों की घटनास्थल पर मौत हो गई। उसके बाद अनियंत्रित कार एक कबाड़ी की दुकान में घुस गई। उस समय पुलिस बंदोबस्त में तैनात प्रतापनगर थाने के पुलिसकर्मियों  ने गजानन नगर चौक में उस कार चालक को बाहर खींचकर निकाला और उसकी जमकर धुनाई की। पुलिसकर्मियों की यह करतूत घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। कार चालक की उम्र कम होने के कारण पुलिसकर्मियों ने उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की। हालांकि घटना की जानकारी थाने के वरिष्ठ अधिकारियों को पुलिस कर्मियों ने दी थी। इधर पीड़ित कार चालक ने पिटाई के बाद सामाजिक संगठन के पदाधिकारी को जाकर आपबीती सुनाई। उस 17 वर्षीय कार चालक के साथ सामाजिक संगठन के पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं ने थाने में पहुंचकर पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग करने लगे। उस समय थाने में मामला बढ़ गया। जब मामला बढ़ा तो थाने के पुलिसकर्मियों ने एक दूसरे पर दोषारोपण करने में जुट गए। चर्चा यह भी है िक इस घटना के बारे में  प्रतापनगर थाने के वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी गई थी। उस समय पुलिस ने कार चालक पर कोई कार्रवाई नहीं की, जब सामाजिक संगठन के पदाधिकारी थाने में पहुंचकर हंगामा शुरू किया, तब मामला तनावपूर्ण हो गया। उसके बाद पुलिस ने कार चालक को सूचना पत्र देकर खुद का दामन बचाने की कोशिश करने में जुट गए थे। इस प्रकरण की शिकायत पुलिस आयुक्त डॉ. भूषणकुमार उपाध्याय के पास पहुंचने के बाद उन्होंने पुलिसकर्मियों को थाने से हेड क्वार्टर में अटैच कर देने का आदेश दिया।  

मारपीट करने का आरोप  

पुलिस आयुक्त के मुताबिक डॉ.  भूषणकुमार उपाध्याय के मुताबिक पुलिसकर्मियों पर मारपीट के आरोप लगे थे। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं, फिलहाल उन्हें थाने से हटाकर पुलिस हेडक्वार्टर में अटैच कर दिया है। मामले की जांच पूरी होने के बाद आगे का कदम उठाया जाएगा।             
 

Created On :   1 Sept 2019 6:52 PM IST

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