'हाफिज सईद का नाम आतंकी सूची से हटाने की अपील सिर्फ नाटक'

Saeeds appeal to removed name from terrorist list is fake-Hooda
'हाफिज सईद का नाम आतंकी सूची से हटाने की अपील सिर्फ नाटक'
'हाफिज सईद का नाम आतंकी सूची से हटाने की अपील सिर्फ नाटक'

डिजिटल डेस्क, नागपुर। 26/11 हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र संघ से उसका नाम आतंकी सूची से हटाने की अपील की, जो एक ढकोसला भर है। भारतीय सेना के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्‌डा ने कहा कि सारी दुनिया जानती है हाफिज सईद एक अंतरराष्ट्रीय आतंकी है। उससे दुनिया भर के देशों को खतरा है। ऐसे में आतंकी सूची से नाम हटवाने का हाफिज का मंसूबा कभी पूरा नहीं हो सकेगा। उन्होंने कहा कि भारत का हाफिज सईद के प्रति रूख हमेशा कड़ा रहा है आैर आगे भी लगातार दबाव बनाए जाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राई के माध्यम से भारत ने दुनिया भर को अपनी सैन्य ताकत का दबदबा दिखाया है। उन्होंने कहा कि सिर्फ सर्जिकल स्ट्राईक हमारे जवाब देने का एक तरीका है। भारतीय सेना बड़ी से बड़ी कार्रवाई को अंजाम देने में सक्षम है। 

सेना पर पत्थरबाजी गलत
कश्मीर में प्रदर्शनकारियों द्वारा सेना पर पथराव को हुड्डा ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। जिन नागरिकों की सुरक्षा और शांती व्यवस्था के लिए सेना कार्य करती है, उनमें कुछ सेना पर पथराव करते है। हालांकि इससे दुख होता है, लेकिन सेना और जवानों का मनोबल पक्का है। उन्होंने कहा कि सेना इस तरह के हालातों के लिए तैयार रहती है। सेना की स्ट्रैटजी कश्मीरियों के दिल-दिमाग काे जीतने की होती है। इससे ही वहां शांति और खुशहाली लाने में सफलता मिलेगी। 

सेना पर प्रश्न उठाने चाहिए
भारतीय सेना पर प्रश्न उठाना सही है या नहीं इसपर भी हुड्डा ने कहा कि सेना पर बेशक सवाल उठाए जाने चाहिए। इससे सेना की पारदर्शिता और विश्वसनीयता बढ़ती है। सेना लगातार अच्छा कार्य करती है, उसे सामने लाना चाहिए। साथ ही सेना से जुड़े विवाद भी शांत होंगे। 

आदिवासियों का विश्वास जीतना ही नक्सल समस्या का हल
विदर्भ के गड़चिरोली क्षेत्र में नक्सल समस्या पर भी हुड्डा ने बेबाकी से कहा कि नक्सल समस्या का मुख्य कारण है कि आदिवासियों का सरकार पर विश्वास नहीं है। कश्मीर और गड़चिरोली के हालात में सबसे बड़ा फर्क यह है कि कश्मीर में पाकिस्तान नामक बाहरी फैक्टर है। लेकिन गड़चिरोली में  विकास, संस्कृती और आदिवासियों के अधिकारों का मुद्दा है। हालांकि अब नक्सलियों की ताकत कमजोर हो रही है। उपराजधानी के चिटनवीस सेंटर में दैनिक भास्कर की ओर से आयोजित इंटरेक्टिव सेशन में सर्जिकल विषय पर बात की गई थी। इस दौरान हुड्‌डा ने अपने विचार लोगों के सामने रखे। 

Created On :   8 Dec 2017 10:57 PM IST

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