उद्धव ठाकरे को आवंटित मशाल चिन्ह पर समता पार्टी का दावा, चुनाव आयोग को सौंपा पत्र

Samata Party claims on torch symbol allotted to Uddhav Thackeray
उद्धव ठाकरे को आवंटित मशाल चिन्ह पर समता पार्टी का दावा, चुनाव आयोग को सौंपा पत्र
विवाद उद्धव ठाकरे को आवंटित मशाल चिन्ह पर समता पार्टी का दावा, चुनाव आयोग को सौंपा पत्र

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट को दो दिन पहले ही चुनाव आयोग से मशाल चुनाव चिन्ह आवंटित हुआ है, लेकिन अब इस चिन्ह को लेकर विवाद पैदा हो गया है। समता पार्टी ने चुनाव आयोग के उद्धव ठाकरे गुट को मशाल चिन्ह आवंटित करने के फैसले पर आपत्ति जताई है। समता पार्टी के कैलाश झा ने बुधवार को इस सिलसिले में आयोग को एक पत्र सौंपा है। इसमें पार्टी ने सवाल उठाते हुए कहा है कि मशाल चिन्ह पहले से समता पार्टी का है, ऐसे में इसे उद्धव ठाकरे गुट को कैसे दिया जा सकता है।

शिवसेना के दोनों खेमों ठाकरे और शिंदे गुट के बीच पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह को लेकर जारी विवाद पर चुनाव आयोग ने सोमवार को अंतरिम फैसला दिया। आयोग ने उद्धव ठाकरे द्वारा प्रस्तुत तीन विकल्पों में से मशाल चिन्ह आवंटित कर दिया। आयोग ने अपने आदेश में कहा था कि मशाल चिन्ह मुक्त प्रतीकों की सूची में नहीं होने के बावजूद इसे इसलिए आवंटित किया जा रहा है, क्योंकि समता पार्टी जिसे यह पहले आवंटित किया जा चुका था, उसकी 2004 में मान्यता रद्द कर दी गई है।  

आयोग ने यह भी कहा था कि ठाकरे गुट मशाल चिन्ह को अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव में प्रतिक के रूप में इस्तेमाल कर सकती है। कैलाश झा का कहना है कि दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के नेतृत्व वाली समता पार्टी का 1996 से ही मशाल चुनाव चिन्ह रहा है। उन्होंने दावा किया है कि चुनाव आयोग ने 2004 में पार्टी का मशाल चिन्ह रजिस्टर्ड किया था। पार्टी का कहना है कि वह इस चिन्ह के साथ अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव लडेगी। बहरहाल, यह देखना दिलचस्प होगा कि अब इस मामले में चुनाव आयोग क्या स्पष्टीकरण देता है।    

Created On :   12 Oct 2022 7:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story