राज्य की राजनीति की तस्वीर बदलेगी
भाजपा को किसी भी स्थिति में सत्ता में नहीं आने देना है। कांग्रेस ने इस संबंध में ठोस निर्णय लिया है। 48 घंटे में राज्य की राजनीति की तस्वीर बदलेगी। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने दावा किया। बुधवार को पत्रकारों से चर्चा में वडेट्टीवार ने यह भी कहा कि भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए सारे दल साथ आ सकते हैं। शिवसेना मुख्यमंत्री पद की मांग कर रही है। भाजपा पद छोड़ने को तैयार नहीं है। शिवसेना, कांग्रेस व राकांपा गठबंधन का पर्याय है। सरकार के गठन के लिए केवल दो दिन है। समर्थन के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष से चर्चा की गई है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की है। शिवसेना को समर्थन के बारे में अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। वडेट्टीवार ने कहा कि 5 वर्ष में भाजपा ने राज्य को विकास के मामले में काफी पिछड़ा कर दिया है। जनादेश का भी सम्मान नहीं किया गया। कांग्रेस के सभी विधायकों के साथ ही सामान्य जनता की इच्छा है कि भाजपा फिर से सत्ता में न आए। शिवसेना राकांपा मिलकर सरकार बनाने की स्थिति में कांग्रेस की भूमिका से जुड़े प्रश्न पर कहा कि इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष के निर्णय का इंतजार करना होगा। शिवसेना को कांग्रेस के समर्थन के लिए कुछ निर्णय लेने होंगे। केंद्र मंे मंत्रिपद छोड़ना होगा। उचित स्थिति में ही कांग्रेस समर्थन के संबंध में चर्चा कर सकती है।