संजय राऊत बोले - सोनू सूद पर भाजपा को लगी मिर्ची, मतलब तीर निशाने पर लगा

Sanjay Raut said - BJP got angry on the name of Sonu Sood, meaning arrow was hit
संजय राऊत बोले - सोनू सूद पर भाजपा को लगी मिर्ची, मतलब तीर निशाने पर लगा
संजय राऊत बोले - सोनू सूद पर भाजपा को लगी मिर्ची, मतलब तीर निशाने पर लगा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाकर सुर्खियां बटोरने वाले अभिनेता सोनू सूद को लेकर शिवसेना के सांसद संजय राऊत ने सवाल खड़े किए हैं। राऊत ने सोनू के पीछे भाजपा का चेहरा बताया है। उन्होंने कहा कि सोनू के पीछे एक राजनीतिक डायरेक्टर हो सकता है। आगामी समय में सोनू भाजपा के लिए चुनाव प्रचार भी कर सकते हैं। इस पर भाजपा के विधायक राम कदम ने राऊत पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की विफलता को सोनू पर आरोप करके नहीं छिपाई जा सकती है। इसके जवाब में राऊत ने कहा कि मैंने शिवसेना के मुखपत्र सामना के साप्ताहिक स्तंभ में अगर सोनू के बारे में कुछ लिखा है, तो इसमें किसी को मिर्ची नहीं लगनी चाहिए। यदि किसी को मिर्ची लगी है, तो समझ लीजिए मैंने ठीक तरीके से तीर मारा है। रविवार को राऊत ने कहा कि बिना किसी राजनीतिक दल के समर्थन से इतना बड़ा काम नहीं हो सकता है। राऊत ने कहा कि हमें सोनू की भूमिका को लेकर कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने जो व्यवस्था खड़ी की है, हमने केवल उसी के बारे में कहा है। इतना बड़ा काम जो केंद्र सरकार और राज्य सरकार को करने में कठिनाई हुई है, वो सोनू कैसे कर सकते हैं। राऊत ने कहा कि अच्छी बात है कि राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने सोनू को राजभवन में बुलाया। राजभवन में ऐसे महात्मा को बुलाना चाहिए, लेकिन मुंबई और महाराष्ट्र में और भी लोग हैं, जिनके साथ चर्चा होनी चाहिए कि उन्होंने संकट के समय में किस तरह से अपना कर्तव्य निभाया है। उनकी बातें भी लोगों के सामने आनी चाहिए। 

शिवसेना के मुखपत्र में अभिनेता सोनू के पीछे बताया भाजपा का हाथ 

राऊत ने कहा कि जिस तरीके से पूरा फोकस केवल एक व्यक्ति सोनू पर किया गया। इसका मतलब यह हुआ कि प्रवासी मजदूरों के लिए महाराष्ट्र सरकार कुछ नहीं कर पा रही है और एक व्यक्ति सड़क पर उतरकर इतना काम कर रहा है। राऊत ने कहा कि लॉकडाउन के समय विमान, ट्रेन और बसें बंद हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि लोगों को एक-जगह से दूसरे जगह पर ले जाने के लिए हवाई जहाज कहां से आए। इसे लेकर कई लोगों के मन में सवाल हैं, मैंने उन्हीं बातों को रखा है। राऊत ने कहा कि सोनू एक अच्छे कलाकार हैं। कलाकार हमेशा जो काम करता है, उसका पैसा लेता है। कोबना पोस्ट ने कुछ सालों पहले स्टिंग ऑपरेशन किया था। उसमें सोनू थे। अभिनेता पैसे लेकर राजनीतिक प्रचार के लिए कैसे काम कर सकते हैं। यह स्टिंग में स्पष्ट नजर आ रहा था। राऊत ने कहा कि परदे के पीछे रहकर डॉक्टर, नर्स, पुलिस और सरकारी कर्मचारियों ने काम किया है। उनके मन में भी हमारे मन में संवेदना होनी चाहिए। कोरोना संकट में क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, अभिनेता शाहरूख खान, सलमान खान, अक्षय कुमार सहित कई अभिनेताओं ने कोरोना की लड़ाई में योगदान दिया है।  

भाजपा के कुछ लोगों ने सोनू को दत्तक लिया- शिवसेना

शिवसेना के मुखपत्र में सामना लिखा है कि सोनू को महान समाज सेवक का मुखौटा पहनाकर प्यादे के रूप में इस्तेमाल किया गया है। भाजपा के कुछ लोगों ने सोनू को गुप्त रूप से दत्तक लिया है। सोनू नामक इस महात्मा का नाम अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसी मन की बात में आएगा। फिर वह दिल्ली में प्रधानमंत्री से मिलने के लिए जाएंगे। फिर एक दिन वह भाजपा के स्टार प्रचारक बनकर मुंबई, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार में घूमते दिखाई देंगे। पार्टी ने कहा कि सोनू की भीड़भाड़ वाली तस्वीरों में राष्ट्रीय बंजारा समाज के अध्यक्ष शंकर पवार नजर आते हैं। घर भेजने की व्यवस्था के पूरे तंत्र के कर्ताधर्ता पवार हैं। लेकिन सोनू का चेहरा सामने आ रहा है। 

राऊत कोरोना पर से ध्यान भटकाना चाहते हैं-दरेकर

विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि राऊत राजनीतिक बयान देकर विवाद पैदा करके कोरोना संकट से ध्यान भटकाना चाहते हैं। दरेकर ने कहा कि राऊत के बयान को कितना गंभीरता से लिया जाना चाहिए। यह भी सवाल है, क्योंकि हर दूसरे दिन वह बयान बदल देते हैं। वहीं मनसे के नेता अमेय खोपकर ने सोनू का समर्थन किया है। उन्होंने राऊत पर निशाना साधते हुए कहा कि आपने अखबार में संपादकीय लिखने के शिवाय क्या काम किया। 
 

Created On :   7 Jun 2020 12:10 PM GMT

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