तकनीक के इस युग में भी आदिम युग की याद हो रही ताजा

School being set up under the tree, even in this age of technology
तकनीक के इस युग में भी आदिम युग की याद हो रही ताजा
पेड़ के नीचे लगाई जा रही शाला तकनीक के इस युग में भी आदिम युग की याद हो रही ताजा

डिजिटल डेस्क, भंडारा। तुमसर पंचायत समिति अंतर्गत आने वाले रेंगेपार (पाजरा) ग्राम की जिला परिषद शाला शासन की उदासीनता के कारण पेड़ के नीचे लगाई जा रही है। डिजिटल एवं तकनीकी युग में भी इस प्रकार की जानकारी प्राप्त होने पर सदियों पूर्व गाव, गाव में पेड़ों के निचे लगने वाली शालाओं की याद ताजा हो जाती है। इस संदर्भ में अनेक मर्तबा शाला प्रबंधन समिति द्वारा प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को जानकारी दी गई है। परंतु किसी भी प्रकार की पहल नही किए जाने के कारण अब ग्रामवासियों सहित अभिभावकों ने शाला बंद आंदोलन की चेतावनी दी है। गांव, जिला एवं देश का नाम उंचा करने के लिए शिक्षण ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों के लिए विद्या मंदिर का निर्माण करने में प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की दिलचस्पी नही दिखाई जा रही है। रेंगेपार गाव में कक्षा पहिली से लेकर कक्षा सावती तक की शाला है। उक्त शाला में तीन शिक्षक कार्यरत होकर विद्यार्थियों की पटसंख्या 104 है। शाला में पाच शिक्षक के पद होकर एक मुख्याध्यापक व चार सहायक शिक्षक है। जिसमें दो सहायक शिक्षक के पद रिक्त है। कक्षा पाचवी से लेकर कक्षा सातवी तक 70 विद्यार्थियों की संख्या है। परंतु एक ही कमरा होने के कारण विद्यार्थियों के लिए बैठने की सुविधा नही है, जिसके कारण पेड़ों का सहारा लेकर शिक्षण देने की नौबत आन पड़ी है। देश में कोरोना महामारी के चलते गत देड़ वर्षो से विद्यार्थियों के हाथ में पुस्तक व पेन दिखाई नही दी है। जिसके कारण ग्रामीण परिसर के विद्यार्थियों के शिक्षण के दर्जे में गीरावट दिखाई दे रही है।

इस नुकसान की भरपाई करना भी साधा काम नही है। शासन द्वारा शर्तो को लागू कर सोमवार 4 अक्टूबर से कक्षा पाचवी से लेकर कक्षा बारावी तक की कक्षाओं को शुरू किया गया है। देड़ वर्ष के उपरांत शाला शुरू हुई व विद्यार्थियों के कंधों पर दफ्तर के आते ही उनके चेहरों पर खुशी झलक उठी। परंतु रेंगेपार गाव के विद्यार्थी मायुस दिखाई दे रहे है। विद्यार्थियों को बैठने के लिए कमरा नही होने के कारण शिक्षक उन्हें पेड़ के निचे पढ़ा रहे है। एक ही कक्षा में कीतने विद्यार्थियों को बिठाया जाए, शिक्षक, शाला प्रबंधन समिति सहित ग्रामवासी भी इस विषय को लेकर चिंतीत है। गत एक वर्ष पूर्व चुल्हाड जिला परिषद क्षेत्र की पूर्व जिला परिषद सदस्य प्रतिक्षा कटरे द्वारा शिक्षण विभाग डीपीडीसी अंतर्गत 15 लाख रूपय का निर्माण कार्य मंजूर कराया गया था। परंतु निधि का अभाव होने के कारण रेंगेपार में कक्षा कमरों का निर्माण कार्य लड़खड़ा गया है। जिसके कारण विद्यार्थियों को शिक्षण देने में शिक्षकों को भी मशक्कत करनी पड़ रही है। उक्त विषय को लेकर ग्रामवासियों सहित अभिभावकों में भी रोष दिखाई दे रहा है। 

कक्षा कमरों का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किए जाने के लिए यहां की ग्रामपंचायत व शाला प्रबंधन समिति द्वारा बार बार संबंधित विभाग व शासन के समक्ष गुहार लगाई गई है। शासन उक्त गंभीर समस्या की ओर ध्यान देकर शीघ्र कक्षा कमरों का निर्माण कर विद्यार्थियों को शिक्षण ग्रहण करने के लिए जगह उपलब्ध कराए जाने की मांग पूर्व सभापती कलाम शेख, सरपंच बन्सीलाल नागपुरे, उपसरपंच जयदेव नागपुरे, सामाजिक कार्यकर्ता पिंटू हूड व अभिभावकों सहित ग्रामवासियों द्वारा की गई है। 

Created On :   11 Oct 2021 6:46 PM IST

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