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नाशिक के पास दुर्घटना में सात लोगों की मौत

डिजिटल डेस्क, नाशिक / सटाणा । सटाणा-मालेगांव मार्ग पर अज्ञात ट्रक ने एक आटो रिक्शा को जोरदार टक्कर मार दी। जिसमें सात लोगों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। मृतकों में चालकसहित सात का समावेश है। दुर्घटना गुरुवार की सुबह आराई पांधी परिसर में हुई। घटना के बाद सटाणा यात्रा उत्सव बंद रखा गया है। मामले में सटाणा पुलिस ने अज्ञात कंटेनर चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
खरीदारी कर लौट रहे थे व्यापारी: जानकारी के अनुसार शहर में इन दिनों यात्रा उत्सव शुरू है। जिसमें खिलौने, पानठेला,घरेलू सामग्री बेचने के लिए 6 व्यापारी माल खरीदने के लिए मुंबई गए थे। बुधवार को माल खरीदी कर निजी बस से वे गुरूवार की सुबह मालेगाव पहुंचे। मालेगाव से यह व्यापारी संजय पंधाडे के आटो रिक्शा क्रमांक (एमएच 41वी 1559) में सवार हुए। जिसे मालेगाव से सटाणा की ओर आते समय आराई पांधी के पास सुकेड नाला मोड पर सामने से आ रहे तेज रफ्तार कंटेनर ने जोरदार टक्कर मार दी। दुर्घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस निरीक्षक हीरालाल पाटील, उपनिरीक्षक कृष्णा घायवट, बालासाहब पाटिल सहित अन्य पुलिस कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंचे। आटो रिक्शा चालक सहित व्यापारियों के शव को ग्रामीण अस्पताल में पहुंचाया।
दुर्घटना में रिक्शा चालक मालेगाव शहर के आयोध्यानगर निवासी संजय पंधाडे (40), व्यापारी जलगाव जिले के चोपड़ा स्थित मण्यार गली निवासी अलीम शेख तायर (34), धुलिया स्थित पारोला रोड निवासी अशोक शंकर देवरे (55), उत्तर प्रदेश के जिला साहेबगंज के तहसील तलझाडी स्थित करमपुर निवासी राजेशकुमार शंकरदास गुप्ता (28), कैलाश प्रसाद गुप्ता (42), मोहम्मद लखन जल्लू (45), बनारस निवासी रहेमतुल्लाभाई गोहरआश्मी पानवाला (63) आदि शामिल हैं।
व्यापारियों की अस्पताल में भीड़
यात्रा उत्सव में 300 से अधिक व्यापारियों ने दुकाने लगाई है, जो राज्य के साथ राजस्थान, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात आदि राज्यों के है। परिवार के भरणपोषण के लिए यह व्यापारी हर साल दिसंबर से मार्च इन 4 माह राज्य के जगह-जगह में होने वाली यात्रा में दुकाने लगाते है। हर साल की तरह इस साल भी सटाणा में दुकाने लगाई थी। 4 माह तक एक साथ रहने वाले अपने सहयोगियों की सड़क दुर्घटना में मौत होने की जानकारी मिलते ही 200 से 250 व्यापारी ग्रामीण अस्पताल में पहुंचे।
शव रवाना करने के लिए चंदा किया इकट्ठा
शवों को उनके गाव भेजने के लिए सभी व्यापारियों ने 1 लाख 25 हजार रुपए का चंदा जमा किया। सटाणा के नागरिकों ने 80 हजार रुपए दिए। इसके बाद नाशिक से अत्याधुनिक शववाहिका को बुलाकर शवों को रवाना किया गया।
दुकानें बंद रखी
मृतक व्यापारियों में रहेमतुल्ला पानवाला शामिल हैं। रहेमतुल्ला बनारस पानवाला बाबा के रूप में परिचित थे। वे पिछले 30 से 35 वर्षो से सटाणा में होने यात्रा उत्सव में अपना पान का ठेला लगाते थे। उत्तर प्रदेश स्थित करमपुर के कैलास गुप्ता व राजेशकुमार गुप्ता यह दोनों मामा-भांजे थे, जो खिलौने बेचते थे। सटाणा में पिछले 6 वर्षो से वह दुकान लगा रहे थे। अन्य व्यापारी कटलरी कारोबारी थें।
Created On :   28 Dec 2017 7:37 PM IST