विधानभवन के शिवसेना कार्यालय पर शिंदे गुट का कब्जा, चुनाव आयोग के फैसले के बाद सक्रिय हुई पार्टी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदेकी अगुवाई वाले गुट ने विधानभवन में स्थित शिवसेना के विधानमंडल दल के कार्यालय पर कब्जा जमा लिया है। चुनाव आयोग से मान्यता मिलने के बाद शिंदे गुट ने सबसे पहले शिवसेना के विधानभवन के कार्यालय पर कब्जा किया है। सोमवार को शिवसेना (शिंदे गुट) ने विधानभवन स्थित पार्टी कार्यालय में अपने विधायकों की बैठक की। जिसमें विधानमंडल के 27 फरवरी से शुरू होने वाली बजट सत्र को लेकर चर्चा हुई।
बैठक के बाद शिवसेना (शिंदे गुट) के विधानसभामें मुख्य सचेतक भरत गोगावलेने कहा कि चुनाव आयोग के फैसले के बाद हमने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को पत्र लिखा था। जिसके बाद अब हमने शिवसेना के कार्यालय में प्रवेश करके कामकाज की शुरुआत की है। गोगावले ने कहा कि शिवसेना (उद्धव गुट) चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में गई है। सुप्रीम कोर्ट का जो भी आदेश होगा उसको हम लोग स्वीकार करेंगे। लेकिन हमें अभी तो चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करना ही पड़ेगा।
शिवसेना शाखाओं पर कब्जे को लेकर शिंदे करेंगे फैसला
गोगावले ने कहा कि शिवसेना (उद्धव गुट) की शाखाओं (कार्यालय) पर कब्जे को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ बैठक करके फैसला लिया जाएगा। शिवसेना (उद्धव गुट)के पार्टी फंड के इस्तेमाल के सवाल परगोगावलेने कहा कि हम लोग धीरे-धीरे सीढ़ियां चढ़ रहे हैं। मीडिया हम लोगों को सीधे कलश छूने के लिएउकसाए।हम लोग कुछ गलत नहीं करेंगे और किसी को मुश्किल में भी नहीं डालेंगे।गोगावले ने कहा कि बजट अधिवेशन से पहले मुख्यमंत्री शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायकों के साथ बैठक करेंगे।
व्हीप दोनों गुटों को लागू होगा- गोगावले
गोगावलेने कहा कि बजट अधिवेशन के लिए पार्टी की ओर सेव्हीप जारी किया जाएगा। यह व्हीप दोनों गुटों के विधायकों के लिए लागू होगा।व्हीप का उल्लंघन करने वाले विधायकों को सबक सिखाया जाएगा।
शिवसेना की शाखाके लिए झगड़ा नहीं होगा- शिरसाट
शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक संजय शिरसाट ने कहा कि शिवसेना की शाखाओं को लेकर पार्टी के दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं में झगड़ा नहीं होने देंगे। बड़े पैमाने पर शिवसेना की शाखा की अदला-बदली नहीं होगी। शिरसाट ने कहा कि हमारी लड़ाई पार्टी फंड और शिवसेना भवन हथियाने के लिए नहीं थी। हमारे लिए शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह महत्वपूर्ण है। हम लोग दादर स्थित शिवसेना भवन पर दावा नहीं करेंगे।
मुंबई मनपा का कार्यालय देना अपराध होगा - उद्धव ठाकरे
शिवसेना (उद्धव गुट) के पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनके गुट (शिंदे गुट) को विधायकों की संख्या के आधार पर विधानमंडल का कार्यालय दिया होगा तो ठीक है। लेकिन मुंबई मनपा में प्रशासक कामकाज देख रहे हैं। मुंबई मनपा में नगरसेवकों का कार्यकाल खत्म हो गया है। यदि शिंदे गुट को मुंबई मनपा स्थित शिवसेना कार्यालय दिया जाता है तो यह अपराध होगा।
Created On :   20 Feb 2023 9:41 PM IST