शिंदे ने कहा - इन सड़े हुए पत्तों ने ही रचा है इतिहास, स्मिता ठाकरे ने दी बधाई 

Shinde said - these rotten leaves have created history, Smita Thackeray congratulates
शिंदे ने कहा - इन सड़े हुए पत्तों ने ही रचा है इतिहास, स्मिता ठाकरे ने दी बधाई 
उद्धव के बयान पर पलटवार शिंदे ने कहा - इन सड़े हुए पत्तों ने ही रचा है इतिहास, स्मिता ठाकरे ने दी बधाई 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना के बागियों को सड़े हुए पत्ते व कुड़ा-करकट करार दिए वाले पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बयान पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पलटवार किया है। मंगलवार को राज्य अतिथिगृह सह्याद्री में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें हम सड़े हुए पत्ते लग रहे हैं लेकिन सड़े हुए पत्तों ने ही इतिहास रचा है। शिंदे ने कहा कि हमारी लड़ाई सत्ता के लिए नहीं बल्कि शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे के विचारों के लिए थी। हमने बालासाहब के विचारों को आगे बढ़ाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें और कुछ बोलना है तो बोल लेने दीजिए। फिर में एक साथ सभी आरोपों का जवाब दुंगा। 

कितनी भी आंधी आए, सरकार पर नहीं होगा असर

वहीं मंगलवार की शाम एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण हमें कई आपदाओं को सामना करना पड़ता है। लेकिन नई सरकार का गठन कैसे हुआ है यह सभी को मालूम है। इसलिए कितनी भी आंधी आ जाए। लेकिन उसका असर सरकार पर नहीं पड़ेगा। किसी भी हालत में सरकार नहीं गिरेगी। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमारी सरकार मैंग्रोव की तरह है। यह सरकार सुनामी जैसे बड़े झटके को सहन कर सकती है।

मुख्यमंत्री शिंदे से मिल स्मिता ठाकरे ने दी बधाई 

ठाकरे परिवार की पुत्रवधू स्मिता ठाकरे ने मंगलवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। शिवसेना से बगावत कर मुख्यमंत्री बने शिंदे से ठाकरे परिवार के किसी सदस्य ने पहली बार मुलाकात की है। इसलिए अटकलबाजी का दौर शुरू हो गया है। स्मिता ने इस मुलाकात पर कहा  कि मैं शिंदे को कई सालों से जानती हूं। वे जिस कुर्सी पर बैठे हैं मैं उसका आदर करती हूं। मैं उनके काम से भी परिचित हूं। उन्होंने शिवसेना में काफी काम किया है इसलिए मेरे मन में उनके लिए आदर है। हमारे लिए एकनाथ शिंदे पुराने कार्यकर्ता हैं इसलिए मैंने परिवार नहीं देखा और एक व्यक्ति के तौर पर उन्हें शुभकामना देने पहुंची हूं। 

मुख्यमंत्री पद की शुभकामनाएं देती स्मिता और मुख्यमंत्री शिंदे की तस्वीरें सोशल मीडिया के जरिए साझा की गईं हैं। स्मिता ठाकरे राजनीतिक रुप से ज्यादा सक्रिय नहीं हैं, उन्हें फिल्म निर्माता के तौर पर ज्यादा पहचाना जाता है लेकिन शिंदे से उनकी मुलाकात के बाद उनके राजनीति में सक्रिय होने की भी चर्चा शुरू हो गई है। उद्धव ठाकरे से उनका विवाद जग जाहिर है। 

कभी मातोश्री पर चलता था स्मिता का राज 

स्मिता का शिवसेना प्रमुख दिवंगत बाला साहेब ठाकरे के राजनीतिक रूप से सक्रिय रहते काफी दबदबा था। हालांकि उनके पति जयदेव ठाकरे भी आपसी विवाद के बाद उनसे अलग हो गए हैं। पर कभी ठाकरे परिवार के निवास मातोश्री पर स्मिति का राज चलता था। 1995 में शिवसेना-भाजपा युति सरकार के वक्त सत्ता से लेकर संगठन तक स्मिता ठाकरे की तूती बोलती थी। ठाकरे परिवार के चलते बालीवुड में भी उनका जलवा था। मनसे प्रमुख राज ठाकरे के तेवर भी शिंदे को लेकर नर्म है इससे साफ है कि शिंदे पार्टी ही नहीं ठाकरे परिवार में भी सेंध लगाने में कामयाब हो गए हैं। जिससे उद्धव ठाकरे की परेशानी बढ़ सकती है।    

 

Created On :   26 July 2022 10:20 PM IST

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