शिंदे गुट के सांसद शेवाले को सदन का नेता के तौर पर मान्यता देने को कोर्ट में चुनौती देगी शिवसेना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शिंदे गुट में शामिल हुए शिवसेना के बागी 12 सांसदों में से सांसद राहुल शेवाले को सदन का नेता के तौर पर मान्यता देने के लोकसभा अध्यक्ष के फैसले पर शिवसेना ने आपत्ति जताई है। शिवसेना सांसद विनायक राऊत ने कहा कि 18 जुलाई को हमने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र सौंपकर लोकसभा में शिवसेना के नेता के तौर पर अगर कोई दावा करता है तो इस पर निर्णय लेने से पहले हमारी बात सुने जाने का आग्रह किया था, लेकिन हमें अवसर नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ पार्टी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। शिवसेना नेता विनायक राऊत ने यहां अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में कहा कि शिंदे गुट के 12 सांसद 19 जुलाई को लोकसभा अध्यक्ष को मिले और उसी दिन उनके गुट को मान्यता भी दे दी गई, लेकिन लोकसभा सचिवालय द्वारा इससे पहले ही सदन के नेता की सूची जारी की थी, जिसमें शेवाले का नाम दर्ज था। जबकि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा आधिकारिक रूप से उन्हें लोकसभा में सदन का नेता नियुक्ति किया है। 18 जुलाई को लिखे पत्र द्वारा लोकसभा अध्यक्ष को इस मसले पर हमारी बात सुने जाने का आग्रह किया था, लेकिन अपनी बात रखने के प्राकृतिक न्याय से हमें वंचित रखा गया। उन्होंने कहा कि लोकसभा सचिवालय द्वारा लिया गया फैसला गलत है और इसमें उसकी भूमिका संदेहास्पद नजर आ रही है। लिहाजा पार्टी इसे अदालत में चुनौती देगी। उन्होंने इस दौरान शिवसेना द्वारा 13 जून को लोकसभा अध्यक्ष को लिखे एक पत्र की कॉपी भी दिखाई, जिसमें पार्टी द्वारा राज्यसभा सदस्य संजय राऊत को संसद के दोनों सदनों का नेता नियुक्त किए जाने के बारे में अवगत किया है।
Created On :   22 July 2022 3:48 PM IST