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महाराष्ट्र में पूर्ण लॉकडाउन के संकेत, सीएम बोले - नौकरी गई तो फिर मिल जाएगी, जिन्दगी न मिलेगी दोबारा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बढ़ते जा रहा है। इसे लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि लॉकडाउन से लेकर सरकार सभी विकल्पों पर विचार कर रही है।लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण विकराल रूप लेने लगा है, हालांकि उन्होंने शुरुआत में कहा कि लॉकडाउन लगेगा या नहीं, अभी वे इसका जवाब नहीं दे रहे हैं, लेकिन परिस्थिति यदि ऐसी ही रही, तो लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन लगाने के विचार को नकारा नहीं जा सकता है। उद्धव ने कहा कि मैं पूर्ण लॉकडाउन का संकेत दे रहा हूं, फिल्हाल लॉकडाउन लगा नहीं रहा हूं। अगले दो दिनों में इसपर चर्चा कर फैसला ले सकता हूं।
उद्धव ने कहा कि कुछ दिनों के लिए कड़े नियम लागू किए जा सकते हैं। इसकी जानकारी अगले कुछ दिनों में दी जा सकती है। स्थिति हाथ से बाहर निकली तो बढ़ा फैसला ले सकते हैं। उन्होंने साफ कहा कि नौकरी तो फिर मिल जाएगी, लेकिन जान गई तो वापस नहीं आएगी। कुछ दिनों में अस्पताल भर जाएंगे। उन्होंने सियासी दलों से अपील की कि इस विषय पर सियासत न करें।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के जरिए प्रदेश वासियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा विपक्ष से आग्रह है कि कृपा कर जनता की जान से खिलवाड़ न करें। सरकार जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए फैसला ले रही है। राज्य की अर्थव्यवस्था चलानी है। गरीबों की रोजीरोटी बचानी है लेकिन सबसे पहले लोगों की जान बचानी है।
विपक्ष की आलोचना
लॉकडाउन करने पर सड़क पर उतरने की भाजपा की धमकी पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के लोग सड़क पर उतर ही जाए लेकिन लॉकडाउन के विरोध में नहीं बल्कि कोरोना संक्रमितों की सेवा के लिए सड़क पर आए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के नए मरीजों के मिलने की संख्या इसी तरह बढ़ती रही तो 15 से 20 दिनों में अस्पताल भर जाएंगे। स्वास्थ्य सुविधाएं अधूरी पड़ने लग जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ा दी जाएगी। लेकिन डॉक्टर और नर्स कहां से लाएंगे।
केंद्र टीके की आपूर्ति बढ़ाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 अप्रैल को 3 लाख नागरिकों को कोरोना का टीका दिया गया। देश में सबसे अधिक टीका महाराष्ट्र में दिया गया है। अभी तक 65 लाख नागरिकों को कोरोना का टीका दिया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार को कोरोना के टीके की आपूर्ति बढ़ानी चाहिए। राज्य में प्रतिदिन 6 से 7 लाख लोगों को टीका देने की क्षमता बढ़ाई जा सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण के बाद भी लोगों को कोरोना हो रहा है। कोरोना का टीका लेने के बाद खतरा थोड़ा कम हो सकता है।
मुझे मेरा महाराष्ट्र प्यारा
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग कहते हैं कि बिहार में विधानसभा चुनाव हो गया है। पश्चिम बंगाल में चुनाव के बावजूद कोरोना नहीं बढ़ रहा है पर महाराष्ट्र में कोरोना बढ़ रहा है। लेकिन मुझे इस बारे में कुछ जवाब नहीं देना है। मुझे मेरा महाराष्ट्र और मेरी जनता प्यारी है। इसके लिए मुझे कोई खलनायक बनाने की कोशिश की तो भी मैं अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा।
प्रतिदिन 2.50 लाख कोरोना की जांच
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में प्रतिदिन ढाई लाख कोरोना की जांच होगी। जिसमें से 70 प्रतिशत आरटीपीसीआर जांच होगी। बाकी रैपिड एंटीजन टेस्ट होंगे। फिलहाल प्रतिदिन 1 लाख 82 हजार जांच हो रही है। पहले प्रतिदिन 75 हजार कोरोना जांच हो रही थी। राज्य में कोरोना जांच के लिए 500 लैब तैयार किए गए हैं।
मुंबई में जनवरी और फरवरी की शुरुआत में 300-400 मरीज रोज़ आ रहे थे, जो अब 8000 से अधिक हैं। पिछले कुछ सप्ताह से संक्रमण में तेजी देखी जा रही है। गुरुवार को राज्य में 43,183 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं।
Created On :   2 April 2021 9:23 PM IST