कर्मियों के बेमियादी आंदोलन से नप में पसरा सन्नाटा

Silence spread in nap due to indefinite movement of workers
कर्मियों के बेमियादी आंदोलन से नप में पसरा सन्नाटा
मांगों को लेकर नाराजगी कर्मियों के बेमियादी आंदोलन से नप में पसरा सन्नाटा

डिजिटल डेस्क, गोंदिया/भंडारा। राज्य की नगर पालिका, नगर पंचायत, नगर परिषद कर्मचारियों के साथ संवर्ग कर्मचारी संगठनों की विविध लंबित मांगों को लेकर शासनस्तर पर अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं होने की वजह से कर्मचारियों ने 1 मई को कामगार दिवस से बेमियादी कामबंद आंदोलन शुरू किया है। इस आंदोलन के चलते सोमवार,2 मई को दोनों जिलों के नप के प्रमुख विभागों के द्वारों पर ताले जड़े रहेे, जिससे कार्यालय परिसर में सर्वत्र सन्नाटा छाया नजर आया। इधर, शासकीय कामकाज ठप रहने से भीषण गर्मी तथा चिलचिलाती धूप में नागरिकों को बगैर काम कराए निराश लौटना पड़ा।

गोंदिया की बात करें तो विगत अनेक वर्षों से नगर पालिका, नगर पंचायत व संवर्ग कर्मचारी संगठनों की विविध लंबित मांगे शासनस्तर पर अब तक पूरी नहीं की गयी है। नगर परिषद में कार्यरत कर्मियों की विविध विषयों से संबंधी लंबित मांगे अब तक पूरी नहीं हुयी है। प्रलंबित मांगो को मनवाने के लिए नप के विभिन्न विभागों में कार्यरत सैकडों कर्मियों ने महाराष्ट्र दिवस 1 मई से अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया है। सोमवार 2 मई को नप के प्रमुख विभागों के व्दारों पर ताले जडे रहने से परिसर में सन्नाटा छाया नजर आया। शासकीय कामकाज ठप रहने से नागरिकों को ढेरों परेशानियों का सामना कर कामों को करवाए बगैर निराश चेहरों से बैरंग लौटना पडा। इस संबंध में नप ने जानकारी में बताया कि वरिष्ठ अधिकारी को छोड शेष विभाग कर्मियों ने श्रेणी के मुताबिक आंदोलन को समर्थन जारी कर अनिश्चितकालीन हडताल को शुरू किया है। 
प्रलंबित मांगे पूरी होने तथा आदेश आने तक आंदोलन को जारी रखा जायेंगा। 

यहां बता दे कि, गोंदिया नगर परिषद में सत्तारूढ पार्टी सदस्य, पदाधिकारियों का पंचवार्षिक कार्यकाल समाप्त हो जाने के पिछले दो माह से नप पर प्रशासकराज के तहत विकासात्मक कामों सहित समस्याओं से संबंधी अनगिनत कामों को कार्यरत अधिकारी, कर्मियों की मदद से किया जा रहा है। लेकिन राज्य की नगरपालिका व नगरपंचायत में कार्यरत हजारों कार्यरत अधिकारी, कर्मियों की विगत अनेक वर्षो से विविध विषयों से संबंधी प्रलंबित मांगो को अब तक पूरा नहीं किया जा सका है। मांगो को पूरा करवाने के लिए कर्मियों व्दारा अनेकों बार आंदोलन, प्रदर्शन, मोर्चा निकाला जा चुका है। लेकिन समय रहते मांगो की पूर्तता नहीं किए जाने से आहत कर्मियों ने शासन का ध्यानाकर्षण करने के लिए रविवार, 1 मई महाराष्ट्र दिवस से अनिश्चितकालीन आंदोलन को जारी किया है। सोमवार 2 मई को नगर परिषद के मुख्यत: प्रमुख विभागों में टैक्स विभाग, नगर रचनाकार विभाग, सफाई विभाग, लोकनिर्माण विभाग, बाजार विभाग, जलापूर्ति विभाग, विद्यूत विभाग, शिक्षा विभाग, लाईसेंस विभाग सहित प्रमुख विभागों के व्दारों पर ताले जडे दिखाई दिये। एैसा नजारा प्रतिदिन के कार्यालयीन समय सुबह 10 बजे से शाम देर तक नजर आया। शासकीय कामकाज ठप रहने से परिसर में विरानी छायी रही। नागरिकों को आंदोलन के संबंध में जानकारी नहीं होने से भीषण गर्मी तथा चिलचिलाती धूप से सामना कर परेशान होना पडा। जो निर्माण समस्या, दूकानों व संपत्तियों का टैक्स अदा करने सहित प्रलंबित कामों को करवाने के लिए विभागों के चक्कर मारकर बगैर कामों को करवाए बैरंग लौटते नजर आये। जिसमें बुजुर्ग, महिलाएं और मजदूरवर्गीय नागरिक शामील थे। जिसमें अनेक नागरिक रोजीरोटी से वंचित रहकर कामों को करवाने पहुंचे थे। कर्मियों की आंदोलन का असर नप के शासकीय कामकाज, शहर में निर्माण समस्याओं सहित शहर विकास कामों पर पडता नजर आया। 

जारी रहेगा आंदोलन 

सी.ए.राणे, प्रशासकीय अधिकारी, नप के मुताबिक विगत अनेक वर्षों से राज्य की नगर पालिका, नगर पंचायत व संवर्ग कर्मचारी संगठनों की विविध लंबित मांगे शासनस्तर पर अब तक पूरी नहीं की गयी है। शाaसन का ध्यानाकर्षण करने मुख्याधिकारी को छोड़ कार्यरत अधिकारी, कर्मियों द्वारा अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया गया है। लंबित मांगे पूरी होने तथा आदेश आने तक आंदोलन को जारी रखा जाएगा। 

 


 

Created On :   3 May 2022 6:15 PM IST

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