सोयाबीन प्रक्रिया उद्योग एक बेहतर आर्थिक अवसर- किर्ती देशमुख

डिजिटल डेस्क, अकोला। सोयाबीन यह प्रमुख फसल है। उस पर प्रक्रिया कर विविध प्रकार के व्यंजन बनाकर आर्थिक अवसर प्राप्त हो सकता है, ऐसा प्रतिपादन कृषि विज्ञान केंद्र अकोला के गृह विज्ञान शाखा के विषय विशेषज्ञ किर्ती देशमुख ने किया। आत्मा की ओर से आयोजित सोयाबीन प्रक्रिया खेती कार्यशाला में प्रमुख मार्गदर्शक के रूप में बोल रही थी। कृषि तकनीकी व्यवस्थापन महकमा आत्मा एवं कृषि विज्ञान केंद्र अकोला के संयुक्त तत्वावधान में अकोट तहसील के ग्राम सावरा में सोयाबीन प्रक्रिया इस विषय पर खेती कार्यशाला हाल ही में संपन्न हुई।
कार्यक्रम में दुष्यंत देशमुख, आत्मा महकमा के तहसील तकनीकी व्यवस्थापक निलेशकुमार नेमाडे, सहाय्यक तकनीकी व्यवस्थापक राहुल अडाणी की प्रमुखता से उपस्थिति थी। इस अवसर उम्मेद के अकोट पंस के नितीन वाघ, डॉ. बनकर व सहाय्यक प्रा. डॉ. देशपांडे तथा विक्रम शेठे, राहुल उभांडे, योगेश गोठे उपस्थित थे। सोयाबीन प्रक्रिया खेती शाला पिछले दो महीने से चलाई जा रही है। छह भागो में उसका वर्गीकरण कर हर भाग में सोयाबीन से लेकर विविध व्यंजन बनाने का प्रात्यक्षिक लिया गया। उसकी प्रक्रिया संदर्भ में विस्तृत मार्गदर्शन लाभार्थियों को किया गया। नेमाडे ने सोयाबीन प्रक्रिया कर उससे दूध, पनीर, श्रीखंड, गुलाबजाम, दही, सोया वडी, सोया खुरमुरे ऐसे विविध व्यंजन बनाकर प्रक्रिया उद्योग निर्माण करने संदर्भ में प्रोत्साहित कर मार्गदर्शन किया। आत्मा अंतर्गत किसान गुट निर्माण व आत्मा अंतर्गत चलाए जाने वाली विविध जानकारी अडाणी ने दी। इस अवसर विविध मान्यवरों ने अपने अपने विचार रखे। प्रशिक्षणार्थियों को मान्यवरों के हाथों प्रमाणपत्र व प्रशिक्षण कीट का वितरित कर गौरव किया गया। कार्यक्रम में महिलाएंं उपस्थित थी।
Created On :   19 Feb 2023 4:55 PM IST