बसों की भारी कमी से जूझ रहा एसटी महामंडल, कुछ स्क्रैप-कुछ अयोग्य

डिजिटल डेस्क, नागपुर. बसों की भारी कमी से जूझ रही एसटी महामंडल को नागपुर विभाग में 50 से अधिक नई बसों की दरकार है। वर्तमान में नागपुर विभाग अंतर्गत कुल 432 बसें हैं। सूत्रों के मुताबिक 40 से अधिक बसें खस्ताहाल हैं। कुछ स्क्रैप पॉलिसी के दायरे में है, तो कुछ अयोग्य करार दी गई हैं। बसों की कमी का असर न सिर्फ यात्री परिवहन पर पड़ रहा, अपितु एसटी की माली हालत भी खस्ता हो गई है। जानकारों के मुताबिक एसटी को रोजाना 10 लाख से अधिक का घाटा हो रहा है। बावजूद बसों की संख्या बढ़ाने के प्रति प्रशासन उदासीन है। इन रूटों पर यात्री परेशान : अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक नागपुर विभाग अंतर्गत सभी रूट पर बसों की कमी है। विशेषकर चंद्रपुर, गड़चिरोली, यवतमाल, काटोल, वरुड़, रामटेक रूट पर यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यात्रियों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। उक्त रूट पर रोजाना हजारों यात्रियों का आवागमन होता है। निजी कारोबारी इसका लाभ उठाकर ट्रैवल्स बसों के जरिए अनाप-शनाप भाड़ा वसूल रहे हैं।
50 नई बसों की आवश्यकता है
श्रीकांत गभने, जनसंपर्क अधिकारी, एसटी महामंडल के मुताबिक नागपुर विभाग बसों की कमी से जूझ रहा है। 50 से अधिक नई बसों की दरकार है। नई बसें उपलब्ध नहीं होने से लगभग सभी रूट पर यात्री परिवहन में संकट का सामना करना पड़ रहा है।
Created On :   5 Feb 2023 8:31 PM IST