तीन माह से थमे हुए हैं एसटी के पहिए, समस्याओं से जूझ रहे यात्री   

ST wheels are stuck for three months, passengers struggling with problems
तीन माह से थमे हुए हैं एसटी के पहिए, समस्याओं से जूझ रहे यात्री   
हड़ताल तीन माह से थमे हुए हैं एसटी के पहिए, समस्याओं से जूझ रहे यात्री   

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मचािरयों की हड़ताल को तीन माह पूरे हो चुके हैं, लेकिन न तो सरकार, कर्मचारियों की मांग मानने को तैयार है और न ही कर्मचारी झुकने को तैयार हंै। फिलहाल गोंदिया डिपो में गिने-चुने कर्मचारी ही डयूटी पर आने के कारण नागपुर के अलावा दूसरे मार्गों पर अथवा जिला अंतर्गत बस सेवा शुरू नहीं हो पा रही हंै। जिसके कारण आम नागरिक एवं विद्यार्थी परेशान है। एसटी की हड़ताल कब खत्म होगी? इस विषय में न तो एसटी कर्मचारी और न ही एसटी के अधिकारी कुछ बता पा रहे हैं। जिसके चलते तीन माह बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। इस संबंध में यातायात नियंत्रक महफुज खान ने बताया कि 31 जनवरी को गोंदिया एसटी डिपो से 6 बसंे नागपुर के लिए रवाना की गई। जबकि 18 बसें तिरोड़ा, साकोली, भंडारा डिपो से गोंदिया बस स्थानक पर आई। बसों में अपेक्षित संख्या में यात्री मिलने की बात कहीं। लेकिन समस्या यह है कि गोंदिया डिपो से सामान्य स्थिति में 250 से अधिक बस फेरियां प्रतिदिन चलती थी। जबकि अभी केवल 12 फेरियां चल रही हैं। बताया गया कि 90 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी अभी भी हड़ताल में शामिल है। इस कारण पर्याप्त संख्या में बसे सड़कों पर नहीं आ पा रही है। ऐसे में सबसे अधिक समस्या आम नागरिकों की हो रही हंै। उन्हें निजी वाहनों में मनमाना किराया देकर यात्रा करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर 1 फरवरी से जिले में 8वीं से 12वीं तक की स्कूलें शुरू की जा रही है। जिले में हजारों विद्यार्थी ऐसे हैं, जो पढ़ाई के लिए दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों से तहसील अथवा जिला मुख्यालयों में आते है। ऐसे में मानव विकास की बसें बंद होने के कारण इन विद्यार्थियों को शाला शुरू होने के बावजूद स्कूल तक पहुंचने में काफी परेशानी झेलनी होगी। विशेष रूप से छात्राओं को बसें बंद होने का खामियाजा अधिक भुगतना पड़ रहा है। ऐसे में 90 दिनों बाद भी समस्या जस की तस कायम है। हालांकि इस दौरान गिने-चुने कर्मचारी काम पर लौटे है और ठेका पद्धति पर एसटी ने कुछ कर्मचारियों को काम पर रखा है। जिनके बल पर गिनी-चुनी एसटी बसें सड़कों पर दिखाई दे रही हैं। लेकिन इससे सामान्य नागरिकों की परेशानी कम नहीं हो रही हैं। 

Created On :   1 Feb 2022 6:34 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story