गजानन महाराज भक्त सम्मेलन के दौरान शांतिवन अमृततीर्थ में राज्यस्तरीय सम्मेलन
डिजिटल डेस्क, अकोट. तहसील के श्री गजानन महाराज संस्थान सजल कुआं शांतिवन अमृततिर्थ आकोली जहांगीर-आकोलखेड में हाल ही में श्री संत गजानन महाराज ९वां राज्यस्तरीय भक्त सम्मेलन उत्साह में संपन्न हुआ। इस दो दिवसीय भक्तों के सम्मेलन में विविध सत्रों में महाराज के जीवन चरिञ पर प्रमुख वक्ताओं ने प्रकाश डाला। शांतिवन अमृततिर्थ में होली व रंगपंचमी के पर्व पर इस सम्मेलन में मानवत, परभणी, बसमत, नांदेड़, ठाणे, अकोला एवं सम्पूर्ण अकोट परिसर, गुढ़दी, म्हैसपुर, नांदरा, दरेफ़ल,पिम्पलगांव ऊंडा, शेंदुर्नी, अमरावती, तलवेल, हंतोड़ा, चौसाला, कोकरडा समेत सम्पूर्ण महाराष्ट्र से गजानन भक्तों ने अपनी उपस्थिति लगाकर आयोजन को सफल किया।
सोमवार, ६ मार्च को 10 बजे दीपप्रज्वलन, श्री की आरती व बावन्नी सम्पन्न हुई। परभणी निवासी अमोल गड़म ने प्रस्तावना कर आयोजन का उद्देश्य बताया। प्रथम सत्र में "जिकडे पहावे तिकडे तु दिससी नयना" महाराज संदर्भ की ओवी पर जिला संभाजीनगर सोयगांव के अरविंद कुलकर्णी ने सभी को भावविभोर कर दिया। द्वितीय सत्र में बुलढाणा के नेञरोग विशेषज्ञ डा. विकास बाहेकर ने श्री गजानन विजय ग्रंथ पर संक्षिप्त निरुपण किया। तृतीय सत्र में भक्तों को प्रश्न पूछकर उसमे उचित जवाब देने वाले 11 भक्तों को श्रीं का विजयग्रंथ भेंट रूप में दिया गया। पश्चात सुनील देशपांडे ने भक्तों के सवाल जवाब दिए। दोपहर के भोजन में सभी भक्तों को पूरण पोली का भोजन देकर तलवेल के गजानन महाराज भक्त परिवार ने रिकॉर्ड किया। अविस्मरणीय ऐसा होली-दहल संपन्न हुआ। जिसमें सभी मंडली में नृत्य कर बूरी प्रवृत्ती पर विजय प्राप्त करने का प्रयास किया।
शाम के भोजन में गुड़ का हलवा सभी का ध्यान आकर्षित कर रहा था। रात में श्री संत विदेही मोतिराम बाबा भक्त मंडल अकोला की ओर से भव्य भजनसंध्या ने प्रथम दिन कार्यकम का समापन हुआ। दूसरे दिन ७ मार्च को सुबह मंदिर में श्री की पूजा, आरती एवं बावन्नी हुई। सुबह १० बजे 'अनुभूती का रंग, श्री गजानन के संग' इस विषय पर अमरावती जिले के कु-हा के श्रीराम कला महाविद्यालय के प्राचार्य डा. अरविंद देशमुख ने गजानन भक्ति का मार्ग प्रशस्त किया द्वितीय सत्र में 'समर्थ की नवविधा भक्ति और श्री गजानन महाराज' इस विषय पर नगर जिले के कर्जत के मोहन बुवा रामदासी का प्रवचन हुआ। ७ वर्षीय बालिका सुरभि ने ५वें अध्याय का पठन कर भक्तों को अभिभूत किया। मानवत निवासी नितिन कमलू ने गजानन महाराज की वेशभूषा ली थी।
सजल कुएं की व श्री की सजावट व्यवस्था श्री गजानन महाराज संस्थान कोकर्डा व योगिराना सच्चिदानंद महिला सेवा गुट तथा भाविक भक्तों ने की थी। सेवाकार्य करने वाली विद्याताई पडवल, शशिकांत पोकले, डॉ. विकास बाहेकर, एड. गोपाल बजाज, महिला सेवाधारी गुट पिंपलगांव उंडा कावेरी शिंदे व गजानन विजय चरित्र के लेखक दास भार्गव इन छह महान विभूति को 'श्री गजानन सेवारत्न' पुरस्कार' से सम्मानित किया गया। मधुर सूर में विनय देशपांडे ने सजल कुएं की आरती कर उपस्थितों को रोमांचित किया। भोजन व्यवस्था पुरुषोत्तम लांडे ने की।
कार्यक्रम में भव्यता प्रदान करने के लिए श्री गजानन महाराज संस्थान सजल कुआं शांतिवन अमृततीर्थ के अध्यक्ष नारायणराव इंगले, उपाध्यक्ष ओंकारराव टवलारे, सचिव निलकंठराव लांडे, विश्वस्त गजानन धर्मे, मिलिंद झाडे, रामदास गणोरकार, अजय ठाकरे, केशराव बोड़खे, विनोद फुलारी, संजय जालंधर आदि ने प्रयास किए। महाप्रसाद से समापन हुआ। कार्यक्रम का संचालन मानवत निवासी शंकरआप्पा महाजन ने किया। सहयोग के लिए योगिराना सच्चिदानंद मित्र परिवार ने सभी का आभार व्यक्त किया।
Created On :   13 March 2023 4:21 PM IST