एमपीएससी परीक्षा में विद्यार्थियों का हंगामा, दोबारा लेनी पड़ी परीक्षा

Students uproar in MPSC exam, had to take the exam again
एमपीएससी परीक्षा में विद्यार्थियों का हंगामा, दोबारा लेनी पड़ी परीक्षा
5 मिनट देरी से शुरू हुआ पेपर एमपीएससी परीक्षा में विद्यार्थियों का हंगामा, दोबारा लेनी पड़ी परीक्षा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सरकारी पद भर्ती की परीक्षाओं में गड़बड़ी को लेकर महाराष्ट्र में एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं। रविवार को नागपुर में एमपीएससी परीक्षा में पेपर लीक होने का आरोप लगा। महाराष्ट्र राज्य लोकसेवा आयोग (एमपीएससी) की पूर्व परीक्षा के दौरान रविवार को क्रीड़ा चौक स्थित साउथ प्वाइंट स्कूल के परीक्षा केंद्र पर विद्यार्थियों ने जोरदार हंगामा किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने पेपर लीक होने का आरोप लगाते हुए कहा कि पेपर का बंच पहले से खुला था। आरोप है कि परीक्षा सुबह 10 बजे थी, लेकिन परीक्षा केंद्र पर विद्यार्थियों के पहुंचने से पहले ही 20 में से 7 बंच खुले थे। नियमानुसार बंच खोलते हुए वहां उपस्थित 2 विद्यार्थियों के हस्ताक्षर लेने जरूरी थे, लेकिन किसी के उस पर हस्ताक्षर नहीं थे। यह बात ध्यान में आने पर जमकर बवाल हुआ। इसकी वजह से 15 मिनट से देर से परीक्षा शुरू हुई।

अधिकारियों से मांगा जवाब

तब तक एक विद्यार्थी ने इसकी सूचना भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को दी। जानकारी मिलते ही कार्यकर्ताओं ने केंद्र पर पहुंचकर जमकर हंगामा करते हुए अधिकारियों से जवाब मांगा। लेकिन अधिकारियों ने जवाब देने से मना कर दिया। इसके बाद केंद्र के बाहर कार्यकर्ताओं ने आंदोलन शुरू कर दिया। भाजयुमो और एबीवीपी ने इसे लेकर जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त को जानकारी दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए यह पर्चा दोबारा दोपहर 3 बजे दूसरी जगह लिया गया। साथ ही पहले के उपकेंद्र प्रमुख और लिपिक को हटाकर नए अधिकारी की नियुक्ति की गई। जिसके बाद मामला शांत हुआ। इससे पहले आंदोलन के दौरान इमामवाड़ा पुलिस ने केंद्र से आंदोलनकारियों को हिरासत में भी लिया।


यह था मामला
नागपुर सहित महाराष्ट्र में रविवार को एमपीएससी की पूर्व परीक्षा आयोजित की गई थी। नागपुर में सुबह 10 बजे परीक्षा आयोजित की गई थी। दक्षिण नागपुर स्थित साउथ प्वाइंंट स्कूल में पेपर लीक के आरोप पर अफरा-तफरी मच गई है। पेपर का बंच पहले से खुला होने से पेपर लीक का शक और गहरा गया। एक परीक्षार्थी ने इसकी सूचना तुरंत भाजयुमो और एबीवीपी को दी। अनेक कार्यकर्ता इस केंद्र पर पहुंच गए। परीक्षा नियंत्रक से पूछताछ की। नियंत्रक ने जवाब देने से इनकार कर दिया, उन्होंने इसे अफवाह बताया। नियंत्रक ने कहा कि हमें जो जवाब देना है, हम पुलिस को देंगे। परीक्षा नियंत्रक के इस जवाब से एबीवीपी के कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। बात जिधाधिकारी और पुलिस आयुक्त तक पहुंची। जिसके बाद विवाद को टालने के लिए परीक्षा दोबारा दोपहर 3 बजे ली गई। इस दौरान पहले के केंद्र उपप्रमुुख और लिपिक को हटाकर उनकी जगह दूसरे अधिकारियों की नियुक्ति की गई। इससे पहले परीक्षा केंद्र स्थल को खाली करने के लिए इमामवाड़ा पुलिस ने आंंदोलन कर रहे विद्यार्थियों को हिरासत में लिया। आंदोलन भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री शिवाणी दाणी, शहर अध्यक्ष पारेंद्र पटले के नेतृत्व में प्रदेश सचिव कल्याण देशपांडे, रितेश राहाटे, सचिन करारे, दीपांशु लिंगायत, अमर धरमारे, बादल राऊत, सनी राऊत आदि ने हिस्सा लिया।


 

Created On :   23 Jan 2022 10:37 PM IST

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