मत्स्य व्यवसाय के लिए आधुनिक तकनीक का एक उपकेंद्र महाराष्ट्र में भी बनाया जाए - मुनगंटीवार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मत्स्य व्यवसाय मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने केंद्र सरकार से उसके पास उपलब्ध मत्स्य व्यवसाय से संबंधित आधुनिक तकनीक की जानकारी राज्य के साथ साझा करने का अनुरोध करते हुए मांग की है कि ऐसी इस तकनीक का एक उपकेंद्र महाराष्ट्र में भी स्थापित किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने पारंपरिक और नई तकनीक का इस्तेमाल करने वाले मच्छीमारों के लिए देशभर में एक समान नियम बनाए जाने की मांग भी की।
केंद्रीय मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला की अध्यक्षता में सोमवार को यहां सागर परिक्रमा के चरण 3 की समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में राज्य के मत्स्य व्यवसाय मंत्री मुनगंटीवार भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री को बताया कि राज्य में 7 तटीय जिले है, जहां हजारों मछुआरें मत्स्य व्यवसाय करते है, लेकिन इनके सामने मछलियों के भंडार और बिक्री आदि कई समस्याएं है। उन्होंने मंत्री से अनुरोध किया कि केंद्रीय स्तर पर पीपीपी मोड के तहत एक ऐसी योजना तैयार की जाए, जिससे इन मच्छीमारों को इसका सालभर लाभ मिलता रहे।
केंद्र सरकार ने मछुआरों के लिए सागर परिक्रमा योजना शुरू की है, जिसके तहत देशभर के 8000 किलोमीटर के समुद्री किनारों की परिक्रमा की जाएगी।। इसका उद्देश केंद्र की योजनाओं की जानकारी और लाभ मछुआरों तक पहुंचाना तथा मछुआरों की समस्याओं को जानकार उन्हें हल करना है, ताकि उनकी आय और जीवन स्तर में भी सुधार हो। परिक्रमा के पहले और दूसरे चरण का गुजरात दौरा हो चुका है। अब इसका 3 और 4 चरण महाराष्ट्र का है। मुनगंटीवार ने केंद्रीय मंत्री को आश्वस्त किया कि मछुआरों की समस्याओं को जानने के लिए महाराष्ट्र पूरा सहयोग करेगा। बैठक में मंत्री मुनगंटीवार के अलावा महाराष्ट्र से सांसद विनायक राऊत, विधायक सुनील राणे, मच्छीमार संगठन के अध्यक्ष तुकाराम वानखेड़े, मत्स्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ अतुल पाटने आदि उपस्थित थे।
Created On :   16 Jan 2023 8:55 PM IST