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गरीब परिवारों को दिया जाए घरकुल का लाभ

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। सरकार कहती है कि हर परिवार को घरकुल का लाभ दिया जाए। लेकिन प्रत्यक्ष में ऐसा नजर नहीं आता। इसके विपरीत इस योजना का लाभ उन्हें मिला है, जिनका पहले से ही पक्के मकान है। ऐसे में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर क्षेत्र में 70-80 वर्षोँ से रहनेवाले गरीब, जरूरतमंद परिवारों को ही घरकुल का लाभ दिया जाए, ऐसी मांग की है। इस संबंध में मनसे के के तहसील अध्यक्ष सुरेश ठाकरे के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी नयना गुंडे के साथ चर्चा के दौरान बताया कि केंद्र सरकार ने जरुरतमंदों को घरकुल का लाभ देने का ऐलान किया है। लेकिन इस योजना का लाभ उन्हें मिला है, जिनका पहले से ही पक्का मकान है। आज भी गोंदिया जिले के अनेक जरूरतमंद लोग इस योजना के लाभ से वंचित है। इस विषय में सकारात्मक निर्णय लेकर जो परिवार 70-80 वर्षोँ से आबादी की जमीन में रहते हैं, उन्हें घरकुल का लाभ दिया जाए, ऐसी मांग की गई। उन्होंने बताया कि आवास योजना के तहत आवेदन करने के बावजूद अनेक परिवारों को योजना का लाभ नहीं मिला है। ऐसे में अनेक परिवार खुले आसमान के नीचे तो कई परिवार जीर्ण मकानों में रह रहे हैं। इस ओर जिला प्रशासन को गंभीरता से ध्यान देने का अनुरोध किया गया। जिलाधिकारी के साथ चर्चा के समय मनसे के के तहसील अध्यक्ष सुरेश ठाकरे के साथ जिला उपाध्यक्ष मुकेश मिश्रा, सुरेश ठाकरे, शहर अध्यक्ष राजेश नागोसे, क्षितीज वैद्य, रजत बागड़े, निखिल गड़पायले, कृष्णा ढोंगे, अनिकेत साड़ेकर आदि उपस्थित थे।
350 में से शामिल हुए सिर्फ 38 नाम
गोंदिया पंचायत समिति अंतर्गत आनेवाले ग्राम मोगर्रा के घरकुल योजना की प्रकाशित ‘ड’ सूची में मात्र 38 जरूरतमंदों के नाम शामिल किए गए है। जबकि 350 लोगों ने घरकुल के लिए आवेदन किए थे। इससे संतप्त ग्रामीणों ने प्रशासन के लचर कामकाज के प्रति भारी रोष व्यक्त करते हुए जिला परिषद तथा पंचायत समिति से लिखित शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है। शिकायत में कहा गया है कि जन सुविधा अंतर्गत जो कार्य किए गए हैं, उनमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। जिसकी जांच पंचायत समिति व जिला परिषद की ओर से की जाए। गौरतलब है कि मोगर्रा ग्राम पंचायत में घरकुल की ‘ड’ सूची में नाम शामिल करने के लिए गांव के 350 लोगों ने आवेदन किए थे, इसमें से मात्र 38 लोगों का ही नाम सूची में शामिल हुआ है। ऐसे में जरूरतमंदों ने उनका नाम सूची में शामिल करने के लिए संबंधित विभाग को लिखित आवेदन दिए है। साथ ही जिनका पक्का मकान है, उनका नाम इस सूची से हटाने की मांग की है।
ऑपरेटर ने आवेदनों को नहीं किया ऑनलाइन
दिलीपसिंह मुंडेले, उपसरपंच मोगर्रा के मुताबिक ग्राम मोगर्रा के घरकुल सूची में वर्ष 2016 में मैंने ग्रामसभा के माध्यम से 374 लोगों को शामिल कने के लिए पहल की थी। लेकिन ग्राम पंचायत के ऑपरेटर ने सभी आवेदनों को ऑनलाइन नहीं किया। जिस वजह से घरकुल के ड सूची से जरूरतमंद लाभार्थियों के नाम हट गए और घरकुल की साइट बंद हो गई। इस मामले में सरपंच व उपसरपंच पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं।
Created On :   11 Oct 2021 7:18 PM IST