रिंग रोड के लिए सर्वे जल्द, जमीन अधिग्रहण से लेकर पूरा वर्क सेन्ट्रल के डायरेक्शन में होगा

Survey for ring road soon, from land acquisition to complete work will be under the direction of Central
रिंग रोड के लिए सर्वे जल्द, जमीन अधिग्रहण से लेकर पूरा वर्क सेन्ट्रल के डायरेक्शन में होगा
रिंग रोड के लिए सर्वे जल्द, जमीन अधिग्रहण से लेकर पूरा वर्क सेन्ट्रल के डायरेक्शन में होगा

डिजिटल डेस्क जबलपुर । जबलपुर की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक रिंग रोड बनना कब से आरंभ होगी यह तो अभी एकदम तय नहीं है, लेकिन इसके निर्माण की दिशा में कोशिश चालू होने वाली है। केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय दिल्ली ने जबलपुर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इण्डिया से पत्र व्यवहार कर इसके लिए जल्द कंसल्टेंट अपॉइंट कर सर्वे कराने के निर्देश दिये हैं, साथ ही डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने के लिए भी कहा गया है। केन्द्र के डायरेक्शन में यह रिंग रोड बननी है। इसकी विशेषता यही है कि इसका पूरा काम-काज, देखरेख भारत माला प्रोजेक्ट के तहत केन्द्र करेगा। निर्माण एजेंसी केन्द्र की होगी तो भूमि अधिग्रहण से लेकर शेष प्रक्रिया भी सेन्ट्रल ही पूरा करायेगा।                                  
 गौरतलब है कि नागपुर, इंदौर की तर्ज पर जबलपुर में रिंग रोड बनाने की माँग लंबे समय से की जा रही है। रिंग रोड बनने से अभी जो बेवजह बाहरी ट्रैफिक का दबाव शहर के अंदर बढ़ता है उससे मुक्ति मिल सकती है। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय से इस सड़क के निर्माण की अनुमति और आगे कार्य बढऩे को लेकर अधिकारियों का कहना है कि प्रोजेक्ट को इस अंदाज में तैयार किया जाएगा कि आने वाले 30 से 40 सालों तक इसका उपयोग बेहतर तरीके से हो। यह दशकों तक सुविधाजनक होगी। केन्द के डायरेक्शन में पूरा काम होने का मतलब यह बड़ी सड़क जल्द बनकर तैयार हो सकती है। 
एक नजर इस पर भी
* नजूल, वन और निजी भूमि का उपयोग होगा 
* कुल 52 गाँवों की जमीन इसके दायरे में आनी है 
*  निर्माण एजेंसी केन्द्र की होगी, िनगरानी भी केन्द्र की 
*  हर काम केन्द्र करेगा जिससे जल्द बनने का दावा 
* अभी तक चिन्हित प्रोजेक्ट ही भारत माला में शामिल 
रिंग के आकार की 112 कि.मी. सड़क 
गोसलपुर पनागर से कुण्डम एरिया फिर बरेला और उसके बाद बरगी का एरिया होते हुए यह फिर शहर के पश्चिमी हिस्से में भेड़ाघाट उसके बाद फिर  पनागर में आकर जुडऩे वाली है। यह एकदम प्रारंभिक जानकारी है विस्तृत सर्वे इसी आधार पर होना है। कुल िरंग जो इस रोड में शहर के आसपास बनेगा वह बेहद वृहद होने वाला है और विशेष बात यह भी है िक यह प्रदेश की सबसे बड़ी िरंग रोड होगी। इसकी लंबाई 112 किलोमीटर के करीब बताई जा रही है। 
जल्द काम शुरू करने की कोशिश  
इसको लेकर केन्द्र से निर्देश मिल चुके हैं। विभाग स्तर पर इस पर मूवमेंट शुरू कर दिया गया है। हम सर्वे कराकर जरूरी प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाएँगे उसके बाद शेष कार्य आगे बढ़ेगा। इसके बनने से निश्चित तौर पर जबलपुर को लाभ होने वाला है। 
सोमेश बांझल, प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचएआई 

Created On :   12 March 2021 10:20 AM GMT

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