क्राई के सर्वे में खुलासा : बगैर हेडमास्टर के चल रहे हैं 57 फीसदी स्कूल

Survey report: 57 percent  schools not have full-time headmaster
क्राई के सर्वे में खुलासा : बगैर हेडमास्टर के चल रहे हैं 57 फीसदी स्कूल
क्राई के सर्वे में खुलासा : बगैर हेडमास्टर के चल रहे हैं 57 फीसदी स्कूल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य के 57 फीसदी स्कूलों में पूर्णकालिक मुख्याध्यापक यानि हेडमास्टर नहीं है। चाइल्ड राइट एंड यू (क्राई) फाउंडेशन की सहायता से चलने वाले बाल हक्क अभियान नाम की संस्था के सर्वे में यह खुलासा हुआ है। सर्वे राज्यभर के 122 सरकारी, स्थानीय निकाय और जिला परिषद स्कूलों में किया गया। शिक्षा का अधिकार कानून के तहत हर स्कूल में कुछ बुनियादी सुविधाएं होनी चाहिए लेकिन सर्वे में खुलासा हुआ कि 75 फीसदी स्कूल तय मानकों का पालन नहीं करते।


बगैर हेडमास्टर के चल रहे हैं 57 फीसदी स्कूल, क्राई के सर्वेक्षण में खुलासा

स्कूलों में लाइब्रेरी, शौचालय की सुविधा, स्कूल की सही इमारत, शिक्षक, मुख्याध्यापक, खेल का मैदान और साफ पीने का पानी होना अनिवार्य है। बाल हक्क अभियान के मुताबिक राज्य सरकार ने नई नियुक्तियों पर रोक लगा रखी है, इसीलिए मुख्याध्यापको की कमी है। सरकार को रिपोर्ट सौंपते वक्त संस्था शिक्षकों और मुख्याध्यापकों की नियुक्ति पर लगी रोक हटाने की बात कहेगी। रिपोर्ट के मुताबिक 13 फीसदी स्कूलों की इमारतें जर्जर हैं।


75 प्रतिशत स्कूलों में मानक का पालन नहीं

21 फीसदी स्कूलों में चाहरदीवारी नहीं है। इससे विद्यार्थियों को खतरा हो जाता है। 69 फीसदी स्कूलों में शिक्षक या विद्यार्थी ही शौचालय साफ करते हैं, क्योंकि इसके लिए कर्मचारी नहीं है। इसके अलावा जिन 122 स्कूलों में सर्वे किया गया उनमें से 8 फीसदी में लड़कियों के लिए अलग शौचालय नहीं है। 15 फीसदी शौचालयों में पानी की सुविधा नहीं है। सिर्फ 32 फीसदी शौचालयों में नल उपलब्ध मिला।


63 फीसदी स्कूलों में शिक्षा का अधिकार कानून के तहत अनिवार्य सुविधाएं नहीं

सर्वे में खुलासा हुआ कि 63 फीसदी स्कूल शिक्षा का अधिकार कानून के तहत अनिवार्य सुविधाएं भी नहीं दे रहे हैं। बाल हक्क अभियान से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि यह रिपोर्ट जल्द ही राज्य के शिक्षा विभाग और मुंबई मनपा के शिक्षा विभाग को सौंपी जाएगी।      

Created On :   24 Jan 2018 1:10 PM GMT

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