चिकित्सक की सलाह के बिना गर्भपात की गोलियां लेना घातक
डिजिटल डेस्क, नागपुर. मेडिकल स्टोर्स से गर्भपात की गोलियां अासानी से मिल जाती हैं। अपनी मर्जी से यह गोलियां खरीदकर सेवन करना हानिकारक होता है। ऐसा करना स्वयं की जान से खिलवाड़ करने जैसा है। करीब 5 से 7 फीसदी महिलाओं के ऐसे हालातों से गुजरने का खुलासा हुआ है। ऐसा नेशनल ऑब्स्टेस्ट्रिक एंड गायनेकोलाॅजिकल सोसाइटी (एनओजीएस) के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने बताया है।
पाबंदी लगाई जाए
हाल ही में सोसाइटी की वर्ष 2023-24 के लिए नई कार्यकारिणी घोषित की गई है। इस अवसर पर आयोजित पत्र परिषद में नवनियुक्त अध्यक्ष डॉ. सुषमा देशमुख व सचिव डॉ. प्रगति खलतकर ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले मेडिकल स्टोर्स से गर्भपात की दवा खरीदकर सेवन करने से एक महिला की हालत खराब हो गई थी। वह मरणासन्न अवस्था में पहुंच चुकी थी। समय पर डॉक्टर के पास पहुंचने से उसकी जान बच पाई है। आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं, इसलिए डॉक्टर के सुझाव के बिना गर्भपात की दवा बेचे जाने का विरोध किया जा रहा है। ऐसा कानून भी है, लेकिन मेडिकल स्टोर्स संचालकों में अधिकतर इसके प्रति गंभीर नहीं होने से समस्याएं पैदा हो रही हैं। सरकार से गर्भपात की दवाएं खुलेआम बेचने पर पाबंदी लगाने की मांग की जाने वाली है।
2 अप्रैल को होगा कार्यक्रम
मासिक धर्म में परेशानी होने पर डॉक्टर की सलाह के बिना गर्भपात की दवाएं नहीं लेने का आह्वान किया गया है। पत्र परिषद में डॉ. वर्षा ढवले, डॉ. अर्चना कोठारी, डॉ. राजसी सेनगुप्ता, डॉ. संदीप निखाडे आदि उपस्थित थे। नई कार्यकारिणी का पदग्रहण समारोह 2 अप्रैल को सुबह 9 बजे रामदासपेठ के एक होटल में होगा। इस अवसर पर चिकित्सा संचालक डॉ. दिलीप म्हैसेकर, डॉ. ऋषिकेश पै, डॉ. श्वेता पेंडसे प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगे। नई कार्यकारिणी में शामिल डॉ. अनुराधा रिधोरकर, डॉ. शिवानी जहागीरदार, डॉ. भक्ति गूजर, डॉ. आशीष कुबडे, डॉ. चैतन्य शेंबेकर, डॉ. कांचन सोरते, डॉ. प्रियंका कांबले, डॉ. वैदेही मराठे, डॉ. अलका मुखर्जी, डॉ. संदीप निखाडे, डॉ. नीति सप्रे आदि पदभार ग्रहण करेंगे।
Created On :   31 March 2023 6:42 PM IST