सामूहिक दुष्कृत्य के बाद गला घोंटा गया था किशोरी का -पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का ट्वीट - यह निकृष्टता की पराकाष्ठा है, क्रूरता की परिसीमा

Teenager was strangled after mass abuse
सामूहिक दुष्कृत्य के बाद गला घोंटा गया था किशोरी का -पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का ट्वीट - यह निकृष्टता की पराकाष्ठा है, क्रूरता की परिसीमा
सामूहिक दुष्कृत्य के बाद गला घोंटा गया था किशोरी का -पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का ट्वीट - यह निकृष्टता की पराकाष्ठा है, क्रूरता की परिसीमा

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। लावाघोघरी थाना क्षेत्र में 25 जनवरी को एक नाबालिग का शव मिला था। शव बुरी तरह से खराब हो चुका था। पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि नाबालिग का गला घोंटकर हत्या की गई है। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से दो युवकों को अभिरक्षा में लिया है। मृतक के परिजन और ग्रामीणों का कहना है कि हत्या के पूर्व नाबालिग से सामूहिक दुराचार किया गया है। इस मामले में मृतका के परिजन, पंचायत पदाधिकारी और ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर मामले की स्पष्ट जांच की मांग की है। इस हत्याकांड पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि यह निकृष्टता की पराकाष्ठा है, क्रूरता की परिसीमा है। पुलिस जांच में सामने आया कि नाबालिग का इन दोनों युवकों से प्रेम संबंध था। दोनों को ही यह लग रहा था कि नाबालिग ने उनके साथ धोखा किया है। इस वजह से दोनों ने मिलकर युवती का गला घोंटकर हत्या कर दी। 
पुलिस ने बताया कि नाबालिग की हत्या के मामले में चिखलीमुकासा के 22 वर्षीय महेन्द्र धुर्वे और ढोलनखापा के 23 वर्षीय विजय धुर्वे को पुलिस ने अभिरक्षा में लिया है। जांच में सामने आया कि मृतका से दोनों के प्रेम संबंध थे। प्यार में धोखा मिलने से नाराज दोनों युवक बीती 18 जनवरी की रात नाबालिग को अपने साथ उठा ले गए। दोनों युवकों ने जंगल में ले जाकर उसका गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस इस मामले में दोनों युवकों से और पूछताछ कर रही है। पुलिस ने इस मामले में धारा 302, 341 के तहत मामला दर्ज किया है। 
नाबालिग से सामूहिक दुराचार का संदेह-
मृतक के परिजन और ग्रामीणों का कहना है कि हत्या के पूर्व नाबालिग से सामूहिक दुराचार किया गया है। इस मामले में मृतका के परिजन, पंचायत पदाधिकारी और ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर मामले की स्पष्ट जांच की मांग की है। शिकायत में आरोप है कि पुलिस पर शव भोपाल फॉरेंसिक लैब भेजने के एवज में रुपए की मांग की थी। इस मामले में टीआई कौशल सूर्या का कहना है कि सामूहिक दुराचार के साक्ष्य नहीं मिले है। पुलिस पर रुपए लेने के आरोप निराधार है। 
18 जनवरी से गायब थी नाबालिग-
लावाघोघरी टीआई कौशल सूर्या ने बताया कि 18 जनवरी से नाबालिग घर से गायब थी। नाबालिग के पजिरनों ने बच्ची की गुमशुदगी थाने में दर्ज नहीं कराई थी। 25 जनवरी को नाबालिग का शव मिला। शव बुरी तरह से खराब हो चुका था। पांढुर्ना अस्पताल में पीएम के बाद बिसरा जब्त कर लिया गया है। जिसे जांच के लिए भोपाल लैब भेजा जाएगा।
शिवराज ने किया ट्वीट कर कहा यह क्रूरता की परिसीमा-
इस हत्याकांड पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि यह निकृष्टता की पराकाष्ठा है, क्रूरता की परिसीमा है। यह निर्भयाकांड से ज्यादा बड़ी घटना है। बेटी के सम्मान और जीवन से खेलने वाले नराधामों को उनके किए की सजा दिलाए बिना मैं चैन से नहीं बैठूंगा। 
 

Created On :   1 Feb 2020 2:02 PM GMT

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