जमीन को लेकर वन विभाग और ग्रामीणों में ठनी

The forest department and the villagers clashed over the land
जमीन को लेकर वन विभाग और ग्रामीणों में ठनी
पेचिदा मामला जमीन को लेकर वन विभाग और ग्रामीणों में ठनी

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. गोरेगांव तहसील के कुरहाड़ी ग्राम में एक ऐसा पेचिदा मामला सामने आया है जिसमें जमीन को लेकर वन विभाग और ग्रामीणों में ठन गई है। वन विभाग के आलाधिकार निर्माणाधीन गोदाम को तोड़ रहे थे तो सरपंच, गोदाम मालिक व ग्रामीणों ने विरोध कर तोड़ने से मना कर दिया है। इस कार्रवाई में गोदाम की तोड़फोड़ होकर धान को नुकसान पहुंचाया गया। सरपंच व गोदाम मालिक ने वन विभाग पर आरोप लगाया कि बिना सूचना दिए तथा गैरकानूनी तरीके से गोदाम की तोड़फोड़ कर लगभग 4 लाख रुपए का नुकसान पहुंचाया है। जिसकी शिकायत वन विभाग के खिलाफ गोरेगांव पुलिस थाने में करने का मन ग्रामीणों ने बना लिया है। इस संदर्भ में कुरहाड़ी ग्राम पंचायत के सरपंच तथा गोदाम मालिक गोविंद भैरम एवं ग्रामीणों ने जानकारी दी कि वर्ष 2012 के पूर्व नवाटोला की जमीन वन विभाग के सातबारा पर उल्लेखित थी, लेकिन गुट क्रमांक 329 पर नवाटोला बस्ती बन गई। जहां पर लगभग 100 से अधिक परिवार निवास करते हैं। वनाधिकार अधिनियम के तहत इस गुट को फेरफार करने के लिए ग्राम पंचायत ने अपील की। जिस पर वर्ष 2012 में फेरफार करने की मंजूरी मिली। लेकिन कुछ कारणवश यह फेरफार नहीं हो पाया। इसके बाद गोदाम मालिक गोविंद भैरम ने पुराने मकान के समीप गोदाम का निर्माण किया।

ग्राम पंचायत कुरहाड़ी ने इस गोदाम का उपयोग ग्राम के किसानों के धान के उपयोग के लिए करने की अनुमति दी। जहां पर लगभग 13 किसानों के धान रखे हुए हैं। 20 अप्रैल 2022 को वन विभाग का गुट क्रमांक 329 कुरहाड़ी ग्राम पंचायत के नाम फेरफार किए गए। 

इसका अर्थ यह है कि अब यह जमीन वन विभाग की नहीं है। इसलिए वन विभाग को कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है। वहीं दूसरी ओर वन विभाग का कहना है कि यह गुट क्रमांक वन विभाग के नाम है। इसलिए इस गुट पर अतिक्रमण करनेवालों पर कार्रवाई की जा रही है। इसी के तहत 1 जून को गोरेगांव वन विभाग के अधिकारी पुलिस सुरक्षा के साथ गोदाम को तोड़ने के लिए गए। तोड़ने की प्रक्रिया शुरू ही थी कि सरपंच व गोदाम मालिक के परिजनों ने विरोध कर वन विभाग के अधिकारियों को सातबारा थमा दिया। जिसमें उल्लेख किया गया कि जिस गुट पर गोदाम निर्माण है। उस गुट का फेरफार ग्राम पंचायत के नाम किया गया है। जिस कारण कार्रवाई को अधूरी छोड़कर वन विभाग को लौटना पड़ा। लेकिन अब ग्रामीण तथा गोदाम मालिक ने वन विभाग के खिलाफ गोरेगांव पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने का मन बना लिया है। क्योंकि उनका कहना है कि गैनकानूनी तरीके से गोदाम की तोड़फोड़ कर किसानों का धान सहित लगभग 4 लाख रुपए का नुकसान पहुंचाया है। 

वन विभाग की जमीन पर बना है गोदाम

प्रवीण साठवने, आरएफओ, गोरेगांव के मुताबिक गुट क्रमांक 329 का सातबारा 2 अप्रैल 2022 को निकाला गया तो, उस सातबारा में वन विभाग का उल्लेख है। इसी गुट पर गोदाम का निर्माण है। जिसे नियमानुसार तोड़ा जा रहा था। लेकिन गोदाम मालिक तथा अन्यों ने इसका विरोध किया। जिस कारण कार्रवाई अधूरी ही रह गई। सातबारा को किस तरह से फेरफार किया गया, इसकी जानकारी तहसीलदार से ली जाएगी। 


 

Created On :   2 Jun 2022 7:22 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story