चौंक जाएंगे, यहां खुलेआम घूमते हैं ‘गैंगस्टर’, क्या है माजरा ?
डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर के दो युवा छात्र तीन साल पहले मुंबई पहुंचे थे। इनके नाम हैं - अभिषेक जायस्वाल और सागर बोन्द्रे। इस दौरान इन्होंने अंधेरी इलाके के शीशा लाउंज को देखा। मुंबई के लाउंज में रेस्टाेरेंट के साथ बार भी था। यहां युवा पश्चिमी संगीत की धुन के बीच फास्ट फूड का आनंद उठाते थे। दोपहर बाद से देर शाम तक युवाओं का समूह मस्ती में सराबोर रहता था। इस लाउंज को जेल का स्वरूप दिया गया था। उपराजधानी में इसी तरह रेस्टोरेंट शुरू करने का ख्याल इन्हें आया। इसके बाद अभिषेक और सागर ने उपराजधानी में जेल के स्वरूप वाले रेस्टाेरेंट को शुरू करने की योजना बनाई।
मुंबई के अंडरवर्ल्ड से जुड़े पुराने डॉन की फिल्मी कहानी के आधार पर रेस्टाेरेंट का नाम गैंगस्टर तय किया गया। करीब 4 माह पहले दोनों युवाओं ने अनूठे गैंगस्टर रेस्टाेरेंट को आरंभ किया है। इस रेस्टाेरेंट में फास्ट फूड के साथ ही वेज और नॉन वेज भोजन की सुविधा है। विशेष रूप से युवाओं की चाहत को देखते हुए जेलनुमा व्यवस्था की गई है, लेकिन इस रेस्टाेरेंट में जेल की तरह कोई पाबंदी नहीं है। इस जेल में कोई जेलर अथवा सुरक्षाकर्मी अपने कैदी यानि ग्राहकों की निगरानी नहीं करता है। इतना ही नहीं युवाओं को खुशनुमा वातावरण में खाद्य सामग्री भी मुहैया करायी जाती है।
गैंगस्टर का नाम सुनते ही बड़े-बड़े लोग डर जाते हैं। पुलिस इनके पीछे पड़ी रहती है। अपने शहर में भी एक गैंगस्टर है, लेकिन इससे डरते नहीं हैं। इसके साथ लोग जमकर आनंद उठाते हैं। आप भी उठा सकते हैं एेसा आनंद। आपको पुलिस भी परेशान नहीं करेगी। डरिए मत, यह गैंगस्टर कोई अपराधी नहीं बल्कि एक रेस्टोरेंट है। यह शहर के माटे चौक पर है। यहां अपराधी नहीं बल्कि युवा पहुंचते हैं। युवाओं की मस्ती के लिए रेस्टारेंट और लाउंज को जेलनुमा बनाया गया है। यहां जमकर मस्ती की जा सकती है लेकिन इसके नाम पर शालीनता को तोड़ने की अनुमति नहीं है। हालांकि जेल का स्वरूप होने के बाद भी यहां कोई पहरा अथवा निगरानी नहीं होती है, लेकिन युवा खुद ही अनुशासन में रहते हैं।
Created On :   19 Aug 2018 6:15 PM IST