संसद भवन स्थित शिवसेना के दफ्तर में पसरा है सन्नाटा, चिट्ठी बनाने के लिए मशक्कत करते दिखे शिंदे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शिवसेना पर वर्चस्व को लेकर उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच संघर्ष जारी है तो वहीं सत्र के दौरान गुलजार रहने वाला संसद भवन स्थित शिवसेना कार्यालय में अभी सन्नाटा पसरा है। उद्धव समर्थक सांसद तो कभी-कभार पार्टी कार्यालय पहुंच भी रहे हैं, लेकिन शिंदे समर्थक सांसदों ने कार्यालय से फिलहाल दूरी बना रखी है। शिवसेना कार्यालय संसद भवन की तीसरी मंजिल पर है।
यही वजह रही कि जब मंगलवार को लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शिंदे गुट से मुख्य सचेतक के नाम की चिट्ठी मांगी तो मुख्यमंत्री शिंदे के सांसद पुत्र डॉ श्रीकांत शिंदे को चिट्ठी बनाने के लिए पार्टी कार्यालय के बाहर संसद भवन में काफी मशक्कत करनी पड़ी। दरअसल संसद भवन स्थित लाइब्रेरी में जिस कंम्प्यूटर पर शिंदे ने पत्र टाईप किया, उससे प्रिंट आउट लेने में दिक्कत आ गई। लिहाजा इस अति महत्वपूर्ण पत्र को निकालने के लिए शिंदे को फिर दूसरे कंम्प्यूटर की शरण में जाना पड़ा। इस भागमभाग में सांसद हेमंत पाटील उनका सहयोग करते दिखे। इस दौरान शिंदे गुट के लगभग सभी सांसद सेंट्रल हॉल में जमे रहे ताकि संबंधित पत्र पर हस्ताक्षर कर लोकसभा अध्यक्ष को सौंपा जा सके। वहां मौजूद शिंदे गुट के एक सांसद ने दावा किया कि उनके पास संख्या (सांसदों) की कमी नहीं है। जितनी जरूरत होगी, उतने सांसद आ जाएंगे।
दुविधा में हैं शिवसेना दफ्तर के कर्मचारी
शिवसेना के दो गुटों के बीच जारी संघर्ष की वजह से शिवसेना दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारियों की दुविधा बढ़ गई है। इस सियासी उठापटक के बीच उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि आगे पार्टी और उनका भविष्य क्या होगा? सांसदों से बात करने में भी कर्मचारियों को काफी सावधानी बरतनी पड़ रही है, क्योंकि पता नहीं कि कौन सांसद कब, किस गुट में चला जाए?
Created On :   19 July 2022 8:19 PM IST