तीसरी लहर अभी बाकी है: जनवरी की तुलना में अप्रैल में 16 गुना से अधिक बच्चे संक्रमित

Third wave : More than 16 times children are infected in April compare to January
तीसरी लहर अभी बाकी है: जनवरी की तुलना में अप्रैल में 16 गुना से अधिक बच्चे संक्रमित
तीसरी लहर अभी बाकी है: जनवरी की तुलना में अप्रैल में 16 गुना से अधिक बच्चे संक्रमित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दूसरी लहर में कोरोना ने बड़ी संख्या में वयस्कों को शिकार बनाया है। अब विशेषज्ञों ने तीसरी लहर में बच्चों को कोरोना से अधिक खतरे की आशंका व्यक्त की है। इसे गंभीरता से लेते हुए बाल रोग विशेषज्ञ और मेडिकल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अविनाश गावंडे ने दूसरी लहर में विश्लेषण किया, जिसमें चौकाने वाली जानकारी सामने आई है। साल 2021 में जनवरी से अप्रैल तक संक्रमित होने वाले बच्चों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है। जनवरी माह में करीब 2000 बच्चे संक्रमित हुए, जबकि अप्रैल माह में 32 हजार बच्चे संक्रमित हुए। इसका अर्थ है कि तीन माह में बच्चों का संक्रमण दर 16 गुना बढ़ा है। 
जिले में 45 से ऊपर के आधे से 

ज्यादा लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं

कोरोना की सबसे पहले लहर में सबसे अधिक बुजुर्ग संक्रमित हुए उस समय वयस्क या 21 से 50 साल के संक्रमितों की संख्या कम थी। साथी बच्चे के संक्रमित होने के केस न के बराबर थे। इसके बाद मार्च अप्रैल में आई दूसरी लहर में बुजुर्गों के साथ बहुत तेजी से 21 से 50 साल के व्यक्ति संक्रमित हुए। इसमें बड़ी संख्या होने वाली मौतें इसी आयुवर्ग में रही है। साथ ही इसमें बच्चे भी संक्रमित होना शुरू हुए। अब 18 से ऊपर के हर व्यक्ति को टीका देना शुरू हो गया है। जिले में 45 के ऊपर के आधे से ज्यादा लोग वैक्सीन ले चुके हैं। इसके बाद अब अगली मुहिम में 18 साल से ऊपर के लोगों को टीका दिया जाएगा। इसके अनुसार तीसरी लहर तक 18 के ऊपर के अधिकांश लोग वैक्सीन से सुरक्षित हो जाएंगे। सिर्फ बच्चे शेष रह जाएंगे।

डबल म्यूटेंट वायरस का हो सकता है असर

अब तक बच्चों में वैक्सीन नहीं लगी है तो तीसरी लहर में सबसे ज्यादा खतरा उन्हें है। आंकड़ों के अनुसार जनवरी माह में जिले में 1197 बच्चे संक्रमित हुए। इसके बाद फरवरी में 2048, मार्च में 9097 और अप्रैल माह में 32993 बच्चे संक्रमित हुए हैं। इस अनुसार, जनवरी माह की तुलना में अप्रैल माह में 16 गुना से भी अधिक बच्चे संक्रमित हुए हैं। आशंका है कि यह संक्रमण डबल म्यूटेंट वायरस के कारण ही हुआ है। इसमें बच्चों में भी लक्षण देखने को मिले हैं। कुछ बच्चों को तो अस्पताल में भर्ती करने की स्थिति बनी।  

बड़े ही बरतें सावधानी

घर में जाने से पहले खुद को सैनिटाइज करें।
नहाने के बाद गर्म पानी का सेवन करें, भाप लें। 
2 घंटे बच्चों से दूर रहें, मास्क लगा कर रखें। 

इस तरह से बचाएं बच्चों को

तीसरी लहर में घर के सभी बड़े लोगों को इसका विशेष ध्यान रखना होगा कि वह बच्चों को संक्रमित न कर दें। ज्यादातर बच्चे अपने माता-पिता या घर से बाहर जाने वाले लोगों से संक्रमित हुए हैं। इसके लिए जरूरी है कि घर में जाने से पहले अपने पूरे शरीर को सैनिटाइज करें। इसके साथ ही घर में जाने के बाद गर्म पानी का सेवन करें, भाप लें। करीब 2 घंटे तक बच्चों से दूर रहें और मास्क लगा कर रखें। इससे ही बच्चों को बचाया जा सकता है।

‘सुपर स्प्रेडर’ को ही रखना होगा ध्यान

डॉ. अविनाश गावंडे, बाल रोग विशेषज्ञ व चिकित्सा अधीक्षक के मुताबिक कोरोना की पहली लहर में बुजुर्ग और कोमॉर्बिडिटी वाले, दूसरी लहर में मध्य उम्र के लोग शिकार हो चुके हैं। इससे कई लोगों में हर्ड इम्यूनिटी बन चुकी है। साथ ही वैक्सीनेशन भी होना शुरू हो गया है। इसको देखते हुए कहा जा सकता है कि बाहर जाने वाले लोग ‘सुपर स्प्रेडर’ हो सकते हैं। तीसरी लहर में इन्हीं लोगों से बच्चे संक्रमित होंगे। अप्रैल के आंकड़े इस बात का प्रमाण हैं। लिहाजा, बच्चों को पौष्टिक आहार दें और उन्हें अच्छी नींद लेने दें। पॉजिटिव एटीट्यूड बनाएं रखें, ताकि उनकी इम्युनिटी अच्छी रहे।

Created On :   16 May 2021 3:16 PM IST

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