इस आर्ट गैलरी में पेंटिंग्स में दिख रहे भाव, उमड़ रही भीड़

डिजिटल डेस्क,नागपुर। उपराजधानी में इन दिनों चित्रकला प्रदर्शनी का दौर चल रहा है। जहां कई कलाकार अपना हुनर दिखाने को बेताब हैं, वहीं कला प्रेमी भी इस मौके का फायदा उठा रहे हैं। राजा रवि वर्मा गैलरी में आयोजित चित्रकला प्रदर्शनी में चित्रकारों की कला देखने को मिल रही है। नागपुर के कलाकारों का ग्रुप बीएसिक ग्रुप है, जो हेरिटेज एंड वेस्टेज मटेरयिल पर कार्य कर रहा है। इसमें ललित चित्र, व्यक्तचित्र, शिल्प व प्रकृति चित्रों को दर्शाया गया है। इसमें स्वप्निल पंडेकर, अश्विन रामटेके, कांतेश हांडे, अजय तिपुडे, नितीन मरडे, चंद्रलीत सेन मोकोडे, कुणाल गुज्जनवार शामिल हैं।
प्रदर्शनी में 50 चित्र शामिल
प्रकृति का चित्रण : प्रदर्शनी में 7 कलाकारों के चित्रों को प्रदर्शित किया गया है। सभी पेंटिंग एक से बढ़कर एक हैं, जिन्हें देखने के लिए कला प्रेमियों की भीड़ उमड़ रही है। चित्रों में वाटर कलर के गहरे और फीके रंगों का बेहतरीन प्रयोग किया गया। भगवान बुद्घ के चित्र सहित प्रकृति व मानव भाव-भंगिमाओं का खूबसूरती के साथ चित्रण किया गया है। इन सभी कृतियों से कलाकार के सफर का अहसास होता है।
जीवन के रंग दिखते हैं
लैंडस्केप आर्ट में प्राकृतिक दृश्यों जैसे पहाड़ों, घाटियों, पेड़ों, नदियों और जंगलों के रूप में चित्रित किया जाता है। यह विशेषकर युवा चित्रकारों की कला में दिखाई देता है। इन युवाओं के चित्रों में विभिन्न रंगों की वर्षा दिखती है। विषय-वस्तु की विविधता ने चित्रकला शैलियों को एक उत्कृष्ट स्वरूप प्रदान किया है। इन चित्रों के अवलोकन से यह स्पष्ट हो जाता है कि अभिव्यक्ति ही नहीं, प्रकृति की गंध भी दिखाई देती है।
सबसे खास है फिक्सल वर्क : पुंडेकर
ऐसी चित्रकारी, जो पूरे भारत में अनूठी है वह है फिक्सल वर्क पोट्रेट। यह वर्क स्वप्निल पुंडेकर का है। वे कहते हैं कि फिक्सल वर्क पोट्रेट केवल वही बनाते हैं। यह अनूठा प्रयोग है, जिसे बहुत सराहा जा रहा है। ऐसा आर्ट पहले कभी देखने में नहीं आया है। चित्र एक व्यक्ति की पेंटिंग, छवि, मूर्ति या अन्य कलात्मक अभिव्यक्ति होती है। फोटोग्राफी में एक चित्र आम तौर पर स्नैपशॉट नहीं होता है, बल्कि किसी व्यक्ति की एक स्थिर स्थिति में एक प्राकृतिक छवि होती है। एक चित्र में अक्सर किसी व्यक्ति को चित्रकार या फोटोग्राफर की ओर सीधे देखते हुए दर्शाया जाता है, ताकि विषय को सर्वाधिक सफलता पूर्वक दर्शक के साथ संलग्न किया जा सके।
Created On :   2 April 2018 4:43 PM IST