इस साल जल संकट से मिलेगी मुक्ति, जलाशयों में है अधिक पानी

This year there will be freedom from water crisis, there is more water in the reservoirs
इस साल जल संकट से मिलेगी मुक्ति, जलाशयों में है अधिक पानी
लबालब इस साल जल संकट से मिलेगी मुक्ति, जलाशयों में है अधिक पानी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में इस साल गर्मी के दौरान जलसंकट के संभावना बहुत कम रहेगी। क्योंकि राज्य के जलाशयों में पिछले साल के मुकाबले 8.2 प्रतिशत अधिक पानी उपलब्ध है। शुक्रवार को राज्य के छोटे, मध्यम और बड़े मिलाकर कुल 3267 जलाशयों में 82.04 प्रतिशत जल भंडारण रहा। जबकि पिछले साल इस दिन 73.84 प्रतिशत पानी उपलब्ध था। प्रदेश सरकार के जलसंसाधन विभाग के अनुसार राज्य के जलाशयों में 41588.42 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी है। जिसमें से इस्तेमाल करने लायक पानी 33457.31 मिलियन क्यूबिक मीटर है। प्रदेश के नागपुर विभाग के 384 जलाशयों में 77.53 प्रतिशत पानी है। जबकि पिछले साल 66.17 प्रतिशत पानी उपलब्ध था। अमरावती विभाग के 446 जलाशयों के 80.92 प्रतिशत पानी उपलब्ध है। जबकि पिछले साल इस विभाग में 70.72 पानी का संचय था। औरंगाबाद विभाग के 964 जलाशयों में 83.31 प्रतिशत जलभंडारण है। जबकि बीते इस विभाग में साल 73.06 प्रतिशत पानी उपलब्ध था। नाशिक विभाग के 571 जलाशयों में 83.55 प्रतिशत जल का भंडारण है। जबकि पिछले साल इस विभाग में 77.43 प्रतिशत पानी उपलब्ध था। पुणे विभाग के 726 जलाशयों में बीते साल के 76.52 प्रतिशत के मुकाबले फिलहाल 83.14 प्रतिशत जल संचय है। कोंकण विभाग के 176 जलाशयों में 79.31 प्रतिशत पानी बचा हुआ है। जबकि बीते साल इस विभाग में 71.36 प्रतिशत जल भंडारण था। 

किस जलाशय में कितना पानी उपलब्ध 

       जलाशय                       वर्तमान            पिछले साल  
औरंगाबाद- जायकवाडी        87.96 प्रतिशत    85.33 प्रतिशत 
भंडारा - गोसीखुर्द               100  प्रतिशत      44.68 प्रतिशत  
नागपुर- कामठी खैरी          58.74 प्रतिशत     100 प्रतिशत 
वर्धा - निम्न विर्धा              70.64 प्रतिशत     75.24 प्रतिशत 
यवतमाल- इसापुर              88.05 प्रतिशत     85.78 प्रतिशत     
बीड़ - माजलगांव               90.83 प्रतिशत     84.44 प्रतिशत 
हिंगोली- येलदरी                89.24 प्रतिशत     85.33 प्रतिशत                                 
हिंगोली- सिद्धेश्वर              79.47 प्रतिशत     79.66 प्रतिशत  

Created On :   21 Jan 2022 8:52 PM IST

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