सैकड़ों किलोमीटर दूर से फोन करते हैं ठग, खोजने रोज लोग एयरपोर्ट पर आते हैं

डिजिटल डेस्क, नागपुर. ठगबाज बहुत शातिर हैं। कभी खुद को सेना का अधिकारी बताते हैं, तो कभी विमानतल का कर्मचारी। अपने ‘शिकार’ को शुरुआत में ही बताते हैं कि वह नागपुर विमानतल पर अपने कार्यालय से बोल रहे हैं। चूंकि इस कार्यालय में प्रवेश वर्जित है, मुलाकात नहीं हो सकती, इसलिए वह ऑनलाइन ही उपलब्ध हैं। जबकि हकीकत यह है कि वह सैकड़ों किलोमीटर झारंखड के जामताड़ा अथवा अन्य दूरस्थ इलाकों में बैठे होते हैं और वहीं से मोबाइल पर संपर्क करते हैं।
रोज विमानतल पर आते हैं इन्हें खोजनेे
ऑनलाइन ठगी के शहर में कई लोग शिकार हो चुके हैं। विमानतल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रोजाना अनेक युवा ठगी के शिकार होने की शिकायत लेकर विमानतल पर पहुंच रहे हैं। वहां इन्हें सलाह दी जाती है कि वे नौकरी अथवा किसी भी प्रकार के झांसे में न आएं। आर्थिक लेन-देन न करें, फिर भी वे झांसे में आ ही जाते हैं।
नौकरी की आस में 4 माह से भटक रहे हैं: सोमवार 11 जुलाई 2022 की दोपहर तकरीबन 2.30 बजे नागपुर विमानतल परिसर पहुंची एक युवती ने बताया कि वह पिछले 4 माह से विमानतल पर नौकरी पाने के लिए चक्कर काट रही है। एक तथाकथित अधिकारी ने उसे नौकरी लगा देने का वादा किया था। शैक्षणिक योग्यता संबंधी दस्तावेज भी ऑनलाइन भेज दिए। शर्त रखी थी कि सालाना वेतन के रूप में मिलनेवाले 6 लाख रुपए में से 4 लाख रुपए उसे देने हाेंगे। यह शर्त मान भी ली, लेकिन नौकरी नहीं मिली है। विमानतल पर पहुंचने से पहले उसने कथित अधिकारी से संपर्क किया था। अधिकारी ने बताया था कि वह विमानतल परिसर में ही है। यहां पहुंची तो माेबाइल बंद आ रहा है।
रोजाना कई लोग आते हैं
विमानतल परिसर में मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि रोजाना इसी तरह कई लोग नौकरी की लालसा से विमानतल पर आते हैं। कुछ आगंतुक स्वीकार करते हैं कि उन्होंने ऑनलाइन पेमेंट किया हैं। हकीकत में झारखंड, बिहार के कुछ लोग मोबाइल पर संपर्क कर स्वयं को विमानतल का अधिकारी बताते हुए नौकरी लगा देने का झांसा देते हैं। अब तक इन लोगांें द्वारा अनेक लोगों को ठगा जा चुका है।
Created On :   12 July 2022 4:43 PM IST