निवेश करने पर लाभ के साथ 30 प्रतिशत मुनाफा देेने का झांसा कारोबारी, 1.31 करोड़ की धोखाधड़ी

Trader pretends to give 30 percent profit along with profit on investment, fraud of 1.31 crores
निवेश करने पर लाभ के साथ 30 प्रतिशत मुनाफा देेने का झांसा कारोबारी, 1.31 करोड़ की धोखाधड़ी
नागपुर निवेश करने पर लाभ के साथ 30 प्रतिशत मुनाफा देेने का झांसा कारोबारी, 1.31 करोड़ की धोखाधड़ी

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शहर के एक कारोबारी से 1 करोड़ 31 लाख 50 हजार की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। सदर पुलिस ने पीड़ित कारोबारी अनिल नंदकुमार हरचंदानी (43) की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। पीड़ित कारोबारी हरचंदानी का आरोप है कि, उन्होंने अपने परिचित चार्टर्ड अकाउंटेंट  व व्यासायिक समुपदेशक रहे सीतारामन अय्यर के कहने पर आरोपियों की कंपनी में 1.31 करोड़ रुपए का निवेश किया। उन्होंने आश्वासन दिया था कि, कंपनी का कारोबार बढ़ने पर उसमें लाभ और इसके अलावा 30 प्रतिशत का मुनाफा अलग से देंगे।  कुछ कंपनी में निवेश की गई रकम 3 माह बाद ही वापस करने का वादा किया था, लेकिन रकम नहीं मिली।

यह है मामला 
पुलिस के अनुसार बंगला नं.-24, पूनम ऐश्वर्या, बैरामजी टाउन नागपुर निवासी अनिल हरचंदानी ने सदर थाने में गत 22 फरवरी को ठगी की शिकायत की। पीड़ित कारोबारी का बैरामजी टाउन पूनम चेंबर में ग्राउंड फ्लोर पर   ए िवंग नागपुर और मुंबई में आईपीएसईएल वेंचर्स एंड रियल्टी प्रा.लि. नामक कंपनी का कार्यालय है। कंपनी विविध व्यवसाय से जुड़ी है। हरचंदानी ने चार्टर्ड अकाउंटेंट सीतारामन अय्यर व तीन के खिलाफ ठगी की शिकायत की है। आरोप है कि, सीतारामन ने कहा था कि, नांदेड़ स्थित प्रकाश राव की औरोलम इंडस्ट्रीज प्रा. लि. कंपनी में वे खुद 5 प्रतिशत के साझेदार हैं और प्रकाश की कंपनियों के आर्थिक व्यवहार की देख-रेख भी करते हैं। सीतारमन के कहने पर हरचंदानी ने करीब 1 करोड़ 31 लाख 50 हजार रुपए कंपनियों में निवेश किया। 

जब पैसे की जरूरत पड़ी, तो करतूतें परत-दर-परत खुलने लगीं
निवेश के बाद भी आरोपियों ने हरचंदानी के साथ किया कोई वादा पूरा नहीं किया। वर्ष 2013 में जब हरचंदानी को पैसे की जरूरत पड़ी तो आरोपियों की एक के बाद एक करतूतें सामने आने लगीं। रकम वापस करने में टामलटोल करने लगे।  हालांकि, इस बीच आरोपियों ने ई-मेल भेजकर हरचंदानी को दिलासा भी देते रहे।  सीतारामन ने भी ई-मेल भेजे थे। वर्ष 2018 में सीतारामन और प्रकाश ने जिम्मेदारी से हाथ झटक लिया, तो अनिल को गहरा आघात पहुंचा। प्रकाश ने तो हरचंदानी को आत्महत्या करने तक की धमकी दे डाली थी। आखिरकार परेशान अनिल हरचंदानी ने आरोपियों के खिलाफ पुलिस आयुक्तालय में आपबीती की शिकायत की।  मामले की गहन जांच-पड़ताल के बाद उक्त आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया गया है।  

आरोपी ने अपनी कंपनी बेच डाली 
अनिल हरचंदानी को  पता चला कि, नांदेड़ की कंपनी प्रकाश ने प्रशांत लखानी को बेच दी है, तब  अनिल की  प्रशांत लखानी से नागपुर में एक बैठक लेकर मुलाकात कराई गई। बैठक में अनिल का परिचय  करुणाकरण रेड्डी नामक व्यक्ति से कराई गई। रेड्डी और लखानी को नांदेड़ की कंपनी का साझेदार बताया गया। इस बैठक में लाखानी ने अनिल को करीब पौने दो करोड़ रुपए वापस करने का वादा किया, लेकिन आरोपी रकम देने के बजाय बस टालमटोल करते रहे। 
 

Created On :   24 Feb 2023 5:50 PM IST

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