कचारगढ़ में देशभर के आदिवासी जुटेंगे

डिजिटल डेस्क, दरेकसा (गोंदिया). जिला मुख्यालय से लगभग 55 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा पर गोंदिया जिले के सालेकसा तहसील के धनेगांव स्थित कचारगढ़ में माघ पूर्णिमा के अवसर पर प्रतिवर्ष आदिवासी समुदाय के आराध्य महागोगोना कोया पूनेम महापूजा का आयोजन किया जाता है। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष 3 से 7 फरवरी तक कचारगढ़ गुफा में पांच दिवसीय कचारगढ़ यात्रा महोत्सव का आयोजन किया गया है। इस महापूजा में शामिल होने के लिए महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। शुक्रवार, 3 फरवरी को गढ़ पूजन के साथ इस पांच दिवसीय कचारगढ़ महोत्सव का शुभारंभ होगा। इसके मद्देनजर जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन की ओर आवश्यक तैयारी की गई है। आदिवासी समाज के लिए काशी समझे जाने वाले सालेकसा तहसील के धनेगांव में स्थित कचारगढ़ मंे माघ पूर्णिमा के अवसर पर प्रतिवर्ष आयोजित की जानेवाली पांच दिवसीय कचारगढ़ यात्रा 3 फरवरी से शुरू हो रही है, जो 7 फरवरी तक चलेगी। इस मेले में गोंडी धर्म, परंपरा, बोली-भाषा, पूजाविधि, नृत्यकला, रीति-रिवाज एवं आदिवासी कला संस्कृति के दर्शन होते है। मान्यता है कि कचारगढ़ गुफा में आदिवासी गोंड समाज के कुलदेवता का निवास है। प्रतिवर्ष माघ पूर्णिमा को देशभर में फैले आदिवासी समाजबंधु अपने पूर्वजों को याद करने एवं गोंड रचनाकार पहादी पारी तथा पारी कुपार लिंगो को याद करने यहां आते हैं।
उनकी मान्यता है कि उनकी आत्मा यहां अदृश्य रूप में वास करती है। प्रतिवर्ष यहां माघ पूर्णिमा के अवसर पर पांच दिनों का मेला लगता है। इस वर्ष यह मेला 3 से 7 फरवरी तक आयोजित किया गया है। जिसकी शुरूआत आज गढ़ पूजन से होगी।
स्वास्थ्य सुविधाएं भी होंगी उपलब्ध
मेले के दौरान बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य सुविधाएं यात्रा स्थल पर उपलब्ध कराई जा रही हंै। तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.अमित खोडनकर एवं दरेकसा पीएचसी के मेडिकल ऑफिसर डाॅ. पारश गिरी के मार्गदर्शन में 7 टीमें बनाई गई हैं। जिसमें से एक मोबाइल टीम भी होगी। यात्रा स्थल पर 16 सीएचओ डाक्टर्स , 3 मेडिकल ऑफिसर एवं 25 स्वास्थ्य कर्मचारी तैनात रहेंगे। इसके अलावा 3 एम्ब्ुलेंस भी उपलब्ध रहेगी।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस का कड़ा बंदोबस्त
जर्नादन हेगडकर, पुलिस निरीक्षक, सालेकसा के मुताबिक कचारगढ़ गुफा आदिवासी बहुल एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्र में स्थित हंै। इस क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए यात्रा के दौरान संपूर्ण क्षेत्र में पुलिस का कड़ा बंदोबस्त लगाया गया है। पुलिस अधीक्षक निखिल पिंगले, अपर पुलिस अधीक्षक अशोक बनकर, उपविभागीय पुलिस अधिकारी विजय भिसे के मार्गदर्शन में यात्रा के दौरान तगड़ा बंदोबस्त किया गया है। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था में 1 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 1 उपविभागीय पुलिस अधिकारी, 4 पुलिस निरीक्षक, 25 पुलिस उपनिरीक्षकों के साथ ही 200 से अधिक पुलिस कर्मी चौबीस घंटे चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखेंगे। इसके अलावा सी-60 के 5 दस्ते भी बंदोबस्त में लगाए गए है। मेले के दौरान असामाजिक तत्वों पर अंकुश लगाने के लिए महिला छेड़छाड़ विरोधी पथक, सड़क पर दुकानंे लगाकर यातायात में बाधा निर्माण करने वालों पर नियंत्रण के लिए एंटी हाकर्स पथक एवं सिटी आदि बजाकर छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एंटी पिपानी पथक नियुक्त किए गए हंै। इसके अलावा अनेक महत्वपूर्ण स्थानांे पर सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जाएगी।
Created On :   3 Feb 2023 7:42 PM IST