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आर्थिक परेशानी और बीमारी के कारण दो लोगों ने कर ली आत्महत्या, किसानों के साथ 1.60 करोड़ की ठगी का भी खुलासा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। एक संस्था के दो पदाधिकारियों के खिलाफ शुक्रवार को अंबाझरी थाने में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया। आरोप है कि, मुर्गी पालन की आड़ में दोनों भाइयों ने 110 किसानों को 1 कराेड़ 60 लाख रुपए से ठग लिया। प्रकरण में ओर भी गंभीर खुलासे होने की संभावना है। नई दिल्ली में रहने वाले, लेकिन वर्तमान में कलमेश्वर तहसील के गुमथला सेलू निवासी विकास मेश्राम (64) नामक व्यक्ति को कड़कनाथ प्रजाति की मुर्गी पालन का व्यवसाय करना था। इसके लिए विकास मेश्राम ने महा. रयत एग्रो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक सुधीर शंकर मोहिते (30), मूलत: सांगली जिले के वड़गांव निवासी, वर्तमान में अभ्यंकर नगर नागपुर निवासी और सुधीर के चचेरे भाई एवं संस्था के संचालक संदीप सुभाष मोहिते (30), सांगली जिले के ही इस्लामपुर निवासी से संपर्क किया। दोनों ने कड़कनाथ मुर्गी पालन के लिए चूजें तथा इसके लिए लगने वाली सभी सामग्री उपलब्ध कराने का वादा किया। साथ ही और भी किसान इस व्यवसाय से जुड़ते हैं, तो उन्हें चूजे तथा अन्य सामग्री कम दाम में देने का भरोसा दिलाया। यह बात विकास ने अपने गांव तथा अन्य जान-पहचान के किसानों को बताई। कम लागत में ज्यादा मुनाफे का धंधा होने से लगभग 110 किसान मुर्गी पालन व्यवसाय से जुड़ने के लिए तैयार हो गए। इसके लिए किसानों से कुल 1 करोड़ 60 लाख 560 रुपए लिए गए। यह बात 3 अप्रैल से 1 सितंबर 2019 के बीच की है। रकम देने के बाद भी किसानों को चूजे अथवा कोई भी सामग्री मोहिते बंधुओं ने किसानों को नहीं भेजी। ठगे जाने का संदेह होने से किसानों ने अपनी रकम वापस मांगी, तो टालमटोल रवैया अपनाया गया। इस बीच मामले की शिकायत संबंधित थाने में की गई। जांच-पड़ताल के दौरान किसानों के साथ धोखाधड़ी होने की पुष्टि हुई। शुक्रवार को आरोपी सुधीर और संदीप के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया।
लॉकडाउन से काम बंद होने के कारण परेशान था
उधर काम बंद होने के कारण एक निजी वाहन चालक से जहर पी लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। अंबाझरी थाने में आकस्मिक मृत्यु का प्रकरण दर्ज किया गया है। अंबाझरी हिलटाप स्थित सुदाम नगरी निवासी विनोद शेषराव वहाने (48) निजी वाहन चालक था। लॉकडाउन के कारण गत दो माह से विनोद का काम ठप था। उसे परिवार के भरण-पोषण की चिंता सता रही थी। गुरुवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे विनोद ने जहरीली दवा का सेवन किया। उसकी हालत खराब होती देख परिजन निजी अस्पताल ले गए, मगर उपचार के पूर्व ही उसने दम तोड़ दिया। परिवार में पत्नी संगीता के अलावा एक पुत्र और पुत्री है। पुलिस की पूछताछ में संगीता ने भी बताया कि दो महीने के काम ठप होने से विनोद परेशान था। इसी के चलते उसने आत्मघाती कदम उठाया। जांच जारी है।
बीमारी से त्रस्त व्यक्ति ने फांसी लगाई
पारडी थानांतर्गत बीमारी से त्रस्त व्यक्ति ने फांसी लगा ली, जिससे उसकी मौत हो गई है। प्रकरण को आकस्मिक मृत्यु के तौर पर दर्ज किया गया है।सत्यम नगर निवासी धनराज उईके (45) था। धनराज मूलत: गोदिंया का था, लेकिन उसका एक मकान नागपुर में भी था। घटना के संबंध में एएसआई उईके ने बताया कि धनराज कभी गोदिंया, तो कभी नागपुर में रहता था और रोज मजदूरी करता था। गत कुछ वर्ष से लिवर की बीमारी से पीड़ित था। इसके लिए वह गोंदिया जाना चाहता था, लेकिन लॉकडाउन होने के कारण धनराज गोंदिया नहीं जा पा रहा था। शराब का आदी होने से शराब नहीं िमलने से वह चिड़चिड़ा हो गया था, जिससे गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात धनराज ने रसोई घर में छत में लगे लोहे के एंगल में रस्सी बांधकर फांसी लगा ली। जांच जारी है।
Created On :   8 May 2020 10:24 PM IST