उद्धव ठाकरे ने कहा - मुख्यमंत्री के मुंह से आनंद दिघे का नाम शोभा नहीं देता

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आनंद दिघे के साथ हुई घटना के बारे में मुंह खोलने भूकंप आ जाएगा वाले बयान पर पलटवार किया है। रविवार को मातोश्री में शिवसेना के ठाणे के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उद्धव ने मुख्यमंत्री का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा। उद्धव ने कहा कि जो लोग आज आनंद दिघे का नाम लेते हैं उनके मुंह से आनंद दिघे का नाम शोभा नहीं देता। क्योंकि आनंद दिघे शिवसेना के निष्ठावान नेता थे। उद्धव ने सवाल पूछते हुए कहा कि वे विधायक और मंत्री बने। लेकिन इतने सालों तक आनंद दिघे के साथ हुई घटना का रहस्य क्यों नहीं बताया? 25 सालों तक रहस्य को क्यों छिपाए रखा। इस बीच उद्धव ने कहा कि जालना के शिवसेना के पूर्व राज्य मंत्री अर्जुन खोतकर ने स्वीकार किया है कि उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के डर से विद्रोह किया है। लोग लोभ और केंद्रीय जांच एजेंसियों की डर से दूसरे गुट में शामिल हो रहे हैं। लेकिन ऐसे डरने वाले लोग बालासाहब ठाकरे और आनंद दिघे के शिवसैनिक नहीं हो सकते। आनंद दिघे भी सवा दो साल जेल में थे लेकिन उन्होंने कभी पार्टी नहीं छोड़ी थी। उद्धव ने शिंदे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मैंने मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए शानदार तरीके से सरकार चलाने की कोशिश की थी। मुझपर किसी का दबाव नहीं था। मैं भोजन के समय किसी के घंटी बजने पर अधूरा खाना छोड़कर नहीं भागता था। लेकिन फिलहाल राज्य में ऐसी परिस्थिति बन गई है। उद्धव ने कहा कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अपने बयान से महाराष्ट्र का अपमान किया है। लेकिन उस ओर से (शिंदे गुट) केवल इतना कहा कि हम पत्र लिखकर नाराजगी व्यक्त करेंगे। अपमान करने वाले लोगों से लड़ने के लिए बालासाहब ठाकरे और आनंद दिघे ने ऐसी सीख तो नहीं दी थी। इसके पहले शनिवार को नाशिक के मालेगांव में मुख्यमंत्री ने कहा था कि मैं इस बात का गवाह हूं कि आनंद दिघे के साथ क्या हुआ था। यदि मैंने आनंद दिघे के साथ हुई घटना के बारे में मुंह खोला तो भूकंप आ जाएगा।
Created On :   31 July 2022 9:14 PM IST