उद्धव ठाकरे ने कहा - धुनष-बाण चुराने वाले को चुनाव में सबक सिखाएंगे, शिवसेना को खत्म करना संभव नहीं

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के पक्ष प्रमुख तथा पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर जोरदार हमला बोला है। उद्धव ने कहा कि शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह धुनष-बाण को चुराया गया है। चोरों को आगामी चुनाव में सबक सिखाए बिना चुप नहीं बैठेंगे। शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह छिनने के बाद शनिवार को उद्धव ने अपने विधायकों, सांसदों और वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। बांद्रा स्थित मातोश्री में हुई बैठक में उद्धव ने पार्टी के नेताओं के साथ निर्वाचन आयोग के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की रणनीति पर चर्चा की। सूत्रों के अनुसार बैठक में उद्धव ने नेताओं को राज्य के हर जिले में दौरा करने का आदेश दिया। इसके बाद उद्धव ने मातोश्री के पास सड़क पर जुटे पार्टी के कार्यकर्ताओं को कार में खड़े होकर संबोधित किया। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव की तैयारी में जुटने के आदेश दिया। इस दौरान उद्धव ने मुख्यमंत्री का नाम लिए बिना कहा कि धुनष-बाण को चुराने वाले यदि मर्द होंगे तो चुराए हुए चिन्ह के साथ आगामी चुनाव में उतरें। मेरी उन्हें चुनौती है। हम लोग अपने चुनाव चिन्ह मशाल के साथ चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। फिर देखते हैं कि महाराष्ट्र की जनता किसके पक्ष में है। उद्धव ने कहा कि धुनष-बाण उठाने के लिए मर्द की जरूरत पड़ती है। रावण ने भी धुनष उठाने की कोशिश की थी, लेकिन उसका दांव उलटा पड़ गया था। इसी तरह चोर और चोर बाजार के मालिक धुनष-बाण को संभाल नहीं पाएंगे। उद्धव ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि शुक्रवार को धुनष-बाण उठाते हुए उनका चेहरा देखने लायक था। उनके चेहरे का भाव ऐसा था कि उनके शरीर पर मैं चोर हूं लिखा हुआ बोर्ड लगा हो। लेकिन हम लोग चोर की चोरी को पचाने नहीं देंगे। शिवसेना का नाम और चिन्ह चुराने वाले को यह पता नहीं है कि उसने मधुमक्खी के छत्ते पर पत्थर मारा है। अब मधुमक्खी डंक मारे बिना नहीं रहेगी।
मोदी को पड़ती है बालासाहेब के मुखौटे की जरूरत
उद्धव ने कहा कि प्रधानमंत्री को महाराष्ट्र में शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के मुखौटे की जरूरत पड़ती है। लेकिन राज्य की जनता को मालूम है कि मुखौटे के इस्तेमाल कौन कर रहा है और असली चेहरा किसका है। भाजपा और प्रधानमंत्री को लगता होगा कि केंद्र सरकार की एजेंसियों का इस्तेमाल करके शिवसेना को खत्म किया जा सकता है। लेकिन शिवसेना को खत्म करना संभव नहीं है। उद्धव ने कहा कि केंद्रीय चुनाव आयुक्त ने गुलामी करते हुए अपने मालिक के इशारे पर शिंदे गुट को शिवसेना का नाम दिया है। लेकिन राज्य की जनता तय करेगी कि असली शिवसेना किसकी है। उद्धव ने कहा कि इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है कि निर्वाचन आयोग ने विवाद के बाद किसी पार्टी का मूल चिन्ह दूसरे गुट को आवंटित किया हो। मैं संभवतः रविवार को फेसबुक लाइव के माध्यम से निर्वाचन आयोग में शिवसेना की ओर से पूरी की गई प्रक्रिया के बारे में जनता को बताऊंगा।
पार्टी के नेता और उपनेता दौरा करेंगे- सचिन अहिर
शिवसेना के विधायक सचिन अहिर ने कहा कि उद्धव ने पार्टी के नेताओं और उपनेताओं को अपने-अपने जिले का दौरा करने को कहा है। इसके अनुसार अगले सप्ताह से सभी नेता अपने जिले में दौरा करके पार्टी के संगठन को मजबूत करने की कोशिश करेंगे। जबकि शिवसेना प्रवक्ता किशोरी पेडणेकर ने कहा कि हमारे लिए निर्वाचन आयोग का फैसला झटका नहीं है। क्योंकि उद्धव को पहले से पता था कि निर्वाचन आयोग खेल खेलने वाला है।
Created On :   18 Feb 2023 9:09 PM IST