भूमिपूजन के लिए अयोध्या नहीं जाएंगे उद्धव, कोरोना से वहां स्थिति गंभीर

Uddhav will not go to Ayodhya for Bhoomipujan, situation is serious with Corona
भूमिपूजन के लिए अयोध्या नहीं जाएंगे उद्धव, कोरोना से वहां स्थिति गंभीर
भूमिपूजन के लिए अयोध्या नहीं जाएंगे उद्धव, कोरोना से वहां स्थिति गंभीर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना पक्ष प्रमुख तथा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे 5 अगस्त को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन कार्यक्रम में नहीं जाएंगे। सोमवार को शिवसेना सांसद संजय राऊत ने यह स्पष्ट कर दिया। राऊत ने कहा कि भूमिपूजन के निमंत्रण के लिए कोई रुका नहीं है। यह कोई शादी या बारात समारोह नहीं है। हम इसको राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहते। अयोध्या और उसके आसपास के इलाकों में कोरोना संक्रमण का कहर है। वहां पर परिस्थिति गंभीर है।

राऊत ने कहा मुख्यमंत्री अयोध्या में बाद में भी जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी भी नहीं जा पा रहे हैं। सबके अपने-अपने कारण हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में जा रहे हैं। हमारी उन्हें शुभकामनाएं हैं। राऊत ने कहा कि राम मंदिर के लिए शिवसेना का योगदान रहा है। अयोध्या में जो राम मंदिर बनने जा रहे है उसकी नींव भी हमने रखी है। अगर बाबरी विध्वंस नहीं होता तो मंदिर कैसे बनता। भाजपा, आरएसएस और विश्व हिंदु परिषद ने यह कबूल किया है कि बाबरी का विध्वंस शिवसैनिकों ने किया है। राऊत ने बताया कि शिवसेना ने राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट को एक करोड़ रुपए दान दिया है। इससे पहले 21 जुलाई को राऊत ने कहा था कि मुख्यमंत्री अयोध्या में भूमिपूजन के कार्यक्रम में जाएंगे। मुख्यमंत्री को अयोध्या जाने के लिए निमंत्रण की जरूरत नहीं है। 

मंत्री का नाम लेकर बताएं, हवा में तीर न छोड़ें 

भाजपा की ओर से अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में महाराष्ट्र सरकार के युवा मंत्री का नाम जोड़ने के सवाल पर राऊत ने कहा कि बयान देने वालों को मंत्री का नाम बताना चाहिए। हवा में तीर नहीं छोड़ना चाहिए। जनता सब जानती है। पुलिस को अपना काम करने देना चाहिए। मुंबई पुलिस मामले की जांच के लिए सक्षम है। इससे पहले भाजपा विधायक आशीष शेलार ने ट्वीट करके कहा था कि सुशांत के मामले में बार-बार सेलिब्रिटी पार्टी का उल्लेख हो रहा है। यह पार्टी किसके आशीर्वाद से शुरू थी। मंत्री या फिर अधिकारियों के आशीर्वाद से? इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। 
 

Created On :   3 Aug 2020 5:43 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story