अस्पताल में डेढ़ माह के नवजात की मृत्यु के बाद हंगामा

Uproar after the death of one and a half month old newborn in the hospital
अस्पताल में डेढ़ माह के नवजात की मृत्यु के बाद हंगामा
गोंदिया अस्पताल में डेढ़ माह के नवजात की मृत्यु के बाद हंगामा

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. हमेशा से चर्चा में रहे बाई गंगाबाई महिला सरकारी अस्पताल में डेढ़ माह के नवजात बालक की मृत्यु का मामला बुधवार 8 जून की सुबह 11.30 बजे के दौरान सामने आया। मृत नवजात बालक का नाम रोहन बसंत बोरकर मामा चौक निवासी बताया गया है। स्वस्थ नवजात की अचानक मृत्यु से आहत परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा किया। कार्यरत डॉक्टर्स, नर्स तथा परिचारिकाओं को जिम्मेदार ठहराते हुए लापरवाही का आरोप लगाया है। मौके पर मौजूद स्वास्थ्य अधिकारी, पुलिस कर्मियों ने आक्रोशित परिजनों को शांत कर परिसर में बिगड़े हालातों को काबू में किया। पुलिस कर्मियों की तैनाती में नवजात के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही नवजात की मृत्यु का कारण स्पष्ट हो सकेगा। फिलहाल शिकायत के आधार पर पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के मामा चौक निवासी मृत नवजात बालक रोहन की मां शारदा बसंतकुमार बोरकर (32) ने शहर थाने में शिकायत दर्ज करवाई है कि, वह परिसर में स्थित प्रोग्रेसिव कॉन्वेन्ट स्कूल में शिक्षिका पद पर कार्यरत है। उन्हें 5 वर्षीय बेटी रोहानिका व डेढ़ माह का बेटा रोहन है। बुधवार 8 जून की सुबह 10.30 बजे बेटे रोहन को भाई अनिल भालाधरे, मां गीताबाई भालाधरे के साथ सरकारी बाई गंगाबाई महिला अस्पताल में नवजात की जांच एवं टीका लगवाने लेकर गई थी। कार्यरत कर्मियों को नवजात के स्वास्थ्य जांच से संबंधी कार्ड दिखाया गया। कार्ड पंजीयन प्रक्रिया होने के बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने तीन अलग-अलग टीके लगाकर दो ड्राप नवजात को पिलाए। 

करीब 5 मिनट के बाद नवजात का स्वास्थ्य बिगड़ने लगा। उसके नाक से खून व मुंह से झाक निकलने पर उसे वॉर्ड में भर्ती किया गया। इसके पश्चात कुछ ही देर में परिजनों को नवजात की मृत्यु से अवगत किया गया। घटना से आहत परिजनों ने वॉर्ड में कार्यरत महिला कर्मियों को दोषी मानते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों को मामले से अवगत कर हंगामा खड़ा किया। स्वास्थ्य अधिकारी के कक्ष में मौजूद पुलिस, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी तथा स्वास्थ्य कर्मियों पर आक्रोश व्यक्त किया। इतना ही नहीं तो अस्पताल में सुबह के दौरान ड्यूटी पर तैनात मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत छात्राओं को बुलवाया गया। उनसे पूछताछ की गई। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारी को बताया कि, डेढ़ माह के बालक को आईपीवी, पेंटा, रोटा, पोलियो व पीसीवी के टीके व ड्रॉप को पिलाया गया। जिसके कुछ ही देर के बाद नवजात का स्वास्थ्य बिगड़ने से मृत्यु हुई है। 

मृत नवजात रोहन की मां शारदा बसंतकुमार बोरकर ने बताया कि, वह डेढ़ माह के बेटे को सुबह 10.30 बजे घर से परिजनों के साथ अस्पताल में स्वस्थ लेकर पहुंची थी। डयूटी पर तैनात महाविद्यालयीन छात्राओं ने जांच की। बालक को लगातार तीन टीके दिए गए। उसकी नाक को दबाकर दो ड्राप पिलाये गये। 5 मिनट के बाद नाक से खून और मुंह से झाक निकलने के बाद बेटे की मृत्यु की खबर आई। दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। ताकि अन्य परिजनों को बच्चों की जान ना गवांनी पड़े। 

- शारदा बोरकर, मां, मामा चौक, गोंदिया

दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई

नवजात की मृत्यु का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट तौर पर आगे आएगा। दोषी पाए जाने पर संबंधितों पर नियमों के तहत कारवाई की जाएगी। 
-बी.डी. जायस्वाल, प्रभारी सहायक निरीक्षक, बीजीडब्ल्यू गोंदिया

Created On :   9 Jun 2022 6:54 PM IST

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