देशद्रोही के साथ चाय को लेकर विधान परिषद में हंगामा, विपक्ष का हंगामा

Uproar in the Legislative Council over tea with the traitor, opposition uproar
देशद्रोही के साथ चाय को लेकर विधान परिषद में हंगामा, विपक्ष का हंगामा
बड़ा आरोप देशद्रोही के साथ चाय को लेकर विधान परिषद में हंगामा, विपक्ष का हंगामा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधान परिषद में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदेके "देशद्रोही' के साथ चाय पीने की नौबत नहीं आई वाले बयान को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। सोमवार को सदन का कामकाज शुरू होते ही सदन में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने मुख्यमंत्री के देशद्रोही वाले बयान के मुद्दे को उठाया। इसके बाद विपक्ष के कई सदस्य घोषणाबाजी करते हुए सभापति के आसन के सामनेआ गए।
दानवे ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विपक्ष को देशद्रोही करार दिया है। इसलिए मुख्यमंत्री को साबित करना चाहिए कि सरकार के चायपान का बहिष्कार देशद्रोह कैसे हो गया। दानवे ने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि विपक्ष के किस सदस्य पर देशद्रोह का मामला दर्ज है। विपक्ष के किस सदस्य ने कौन सा देशद्रोह किया है। दानवे ने कहा कि विपक्ष ने सरकार को "महाराष्ट्र द्रोही' करार देते हुए रविवार को चायपान का बहिष्कार किया था। इसके जवाब में मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा था कि"अच्छा हुआ कि देशद्रोही लोगों के साथ चाय पीने की नौबत नहीं आई।'दानवे ने कहा कि विपक्ष को लेकरमुख्यमंत्री का यह बयान बिल्कुल गलत है। 

विप में विपक्ष के हंगामे के बीच राज्य के संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटील ने कहा कि मुख्यमंत्री फिलहाल सदन में नहीं हैं। वे सदन में आने के बाद स्पष्टीकरण देंगे। लेकिन विपक्ष पाटील के जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ। विपक्ष के सदस्य वेल में आकर हंगामा करने लगे। राकांपा सदस्य विक्रम काले, कांग्रेस सदस्य सतेज पाटील, शिवसेना (उद्धव गुट) सदस्य मनीषा कायंदे और विलास पोतनिस सहित अन्य सदस्य सदन में नारेबाजी करने लगे। उपसभापति नीलम गोर्हे ने विपक्ष के सदस्यों को अपने आसन पर बैठने का आग्रह किया। लेकिन विपक्ष के सदस्यों का हंगामा जारी रहा। इसी हंगामे के बीच उपसभापति ने साल 2022-23 की पूरक मांगों का प्रस्ताव, तालिका सभापति को नामित करने सहित अन्य प्रस्तावों की घोषणा की।आखिर में उपसभापति ने शोक प्रस्ताव शुरू किया। जिसके बाद विपक्ष के सदस्य अपने आसन पर बैठ गए। 

इसके पहले रविवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने कहा था कि सरकार महाराष्ट्र के हितों की रक्षा नहीं कर पा रही है। इसलिए सरकार के चायपान के कार्यक्रम में शामिल होना महाराष्ट्र द्रोह होगा। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने पलटवार करते हुए कहा था कि अजित के साथीराकांपा के विधायक तथा पूर्व मंत्री नवाब मलिक जेल में हैं। मलिक ने दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर से संपत्ति खरीदने के लिए चेकदिया था। मलिक ने द्रेशद्रोह किया है। अच्छा हुआ मलिक के साथी अजित के साथ चाय पीने की नौबत नहीं आई। 

 

Created On :   27 Feb 2023 8:55 PM IST

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