ट्रेन में नियमों की उड़ रही धज्जियां, खान-पान के नाम पर यात्रियों की लूट

vendors are taking extra money in trains in food
ट्रेन में नियमों की उड़ रही धज्जियां, खान-पान के नाम पर यात्रियों की लूट
ट्रेन में नियमों की उड़ रही धज्जियां, खान-पान के नाम पर यात्रियों की लूट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ट्रेन में नियमों की धज्जियां उड़ाकर यात्रियों से खान-पान के नाम पर मनमाना पैसा वसूला जा रहा है। वैसे तो  ट्रेन में सफर करने वाला यात्री यदि  खाने की मांग करता है तो सबसे पहले उसे मेनू कार्ड देना चाहिए, ताकि वह पसंदीदा  खाने का चुनाव कर सके और फिर थाली के साथ पानी का ग्लास भी देना जरूरी है। आखिर में पूरे खाने का बिल देना चाहिए, लेकिन अधिकतर यात्रियों को अपने अधिकारों के बारे में पता नहीं और इसका ही फायदा खान-पान डिब्बों के मैनेजर व सुपरवाइजर इन दिनों खूब उठा रहे हैं। मध्य रेलवे नागपुर मंडल व दपूम रेलवे नागपुर मंडल के सेक्शन से होकर गुजरने वाली अनेक गाड़ियों में इन नियमों की धज्जियां खुलेआम उड़ाई जा रही हैं।

दाम भी तय नहीं : रेलवे की ओर से पेंट्रीकार में वेज, नॉनवेज थाली के दाम गाड़ियों के अनुसार निर्धारित किए जाते  हैं। थाली में क्या मिलना चाहिए, यह भी निर्धारित किया गया है, लेकिन कुछ पेंट्रीकार  में मैनेजर की चालाकी से औने-पौने दाम लिए जा रहे हैं। नागपुर स्टेशन से गुजरनेवाली कई गाड़ियों के यात्रियों से हमने बातचीत की तो पता चला कि उन्हें खाने की थाली 85-90 रुपए में मिलती है। बता दें कि आईआरसीटीसी की साइट पर इसके दाम 45 से 55 बताए गए हैं। इस संदर्भ में  भारतीय यात्री केन्द्र के महासचिव बसंत कुमार शुक्ला के अनुसार नियमानुसार यात्रियों को सफर के दौरान पेट्रीकार से खाना मंगाने पर पहले मेनू कार्ड, पानी का ग्लास व आखिर में बिल देना जरूरी है। लेकिन कोई पेंट्रीकार संचालक इसे नहीं मान रहा है। यात्रियों को साफ गुमराह किए जाने पर नाराजगी भी उन्होंने जताई है।   मध्य रेलवे नागपुर वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक के.के. मिश्र के अनुसार हमारे मंडल अंतर्गत किसी भी गाड़ी में पेंट्रीकार की व्यवस्था नहीं है। लेकिन डिवीजन से गुजरनेवाली गाड़ियों के खान-पान व्यवस्था पर नियमित नजर रखी जाती है। नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाती है। 

Created On :   1 Dec 2017 4:09 PM IST

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