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पीड़ितों को निधि का इंतजार, गड़चिराेली की ओर लौटा हाथियों का झुंड- खतरा टला नहीं
डिजिटल डेस्क, गोंदिया. जंगली हाथियों के झुंड ने जिले के सैकड़ों किसानों को लाखों रुपए का नुकसान पहुंचाकर गड़चिरोली की ओर रवाना हो चुका है। लेकिन अभी भी अनेक किसानों को हाथियों द्वारा किये गये नुकसान के मुआवजे के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। जबकि हाथियों के झुंड ने एक को मौत के घाट उतारकर नागनडाेह बस्ती को तबाह कर दिया था। हाथियों की दहशत अभी भी क्षेत्रवासियों के मन में बनी हुई है। बता दें कि गोंदिया जिले की अर्जुनी मोरगांव तहसील के अनेक गांव गड़चिरोली जिले की सीमा से सटे हुए हैं। जिसमें नागनडोह, केशोरी समेत अनेक ग्रामों का समावेश हैं। 3 माह पूर्व जंगली हाथियों ने गड़चिरोली जिले की सीमा पार करते हुए गोंदिया जिले की केशोरी, नागनडोह क्षेत्र में प्रवेश किया। दीपावली उत्सव पर ही नागनडोह बस्ती पर जंगली हाथियों के झंुड ने हमला किया था। इस घटना मंे पूरी बस्ती उजड़ गई वहीं हाथियों के झुंड ने गांव की ओर रूख करते हुए धान की फसलों काे नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया। खेती की रखवाली करने वाले किसान को हाथियों के झुंड ने मौत के घाट उतार दिया है वहीं 2 से 3 किसान घायल हो गए। अब तक वन विभाग के पास 200 से अधिक नुकसान के मामले प्रस्तुत किए गए हैं। बताया गया है कि लगभग 50 लाख रुपए की नुकसान भरपाई पीड़ितों को दे दी गई है। वहीं 20 लाख रुपए मृतक किसान के परिवार को मुआवजे के तौर पर दिया गया है। पिछले सप्ताह ही हाथियों का झुंड गड़चिरोली जिले की ओर पलायन हो चुका है लेकिन अभी भी अनेक किसान मुजावजे के लिए इंतजार कर रहे हैं।
गड़चिरोली की ओर झंुड का पलायन
दादा राउत, सहायक वनसंरक्षक, नवेगांवबांध के मुताबिक हाथियों का झुंड गड़चिरोली की ओर पलायन हो चुका है। लेकिन झुंड कब लौटेगा यह कहा नहीं जा सकता। लगभग 200 प्रकरण वन विभाग के समक्ष प्रस्तुत किए गए हैं। जिनमें से लगभग 50 लाख रुपए पीड़ितों को मुआवजा दिया गया है। 20 लाख रुपए मृतक के परिजनों को दिया जा चुका है। जल्द ही अन्य प्रलंबित प्रकरणों का निपटारा कर उन्हें मुआवजे की राशि देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
Created On :   12 Dec 2022 6:52 PM IST