गैरहाजिरी पर वडेट्टीवार ने दी सफाई, कहा- हाजिर नहीं रहने की कोई मंशा नहीं थी

डिजिटल डेस्क, नागपुर. महाविकास आघाड़ी सरकार के बहुमत परीक्षण के समय विधानसभा में फ्लोर टेस्ट में कांग्रेस के विधायकों की अनुपस्थिति पर सवाल उठे थे। अनुपस्थित रहनेवाले 11 विधायकों को कांग्रेस ने नोटिस दी थी। उस समय अनुपस्थित रहनेवाले पूर्व मंत्री विजय वडेट्टीवार ने सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि फ्लोर टेस्ट के लिए सभागृह में जाने में विलंब हुआ लेकिन अनुपस्थित रहने की कोई मंशा नहीं थी। उनकी अनुपस्थिति का अलग आशय न लगाया जाए। रविवार को पत्रकारों से चर्चा में वडेट्टीवार ने कहा-बहुमत परीक्षण के दिन मैं 9 मिनट विलंब सभागृह में पहुंचा। हमें लग रहा था कि पहले चर्चा होगी बाद में मतदान होगा। लेकिन हमारी अनुपस्थिति को देखते हुए त्वरित मतदान कराया गया। हम जानबूझकर अनुपस्थित रहना चाहते तो बहुमत परीक्षण के दिन विधान भवन में जाते ही नहीं। कोई हमारे संबंध में भ्रम न रखें। एक दिन पहले ही विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नई सरकार के पास 164 सदस्यों का बहुमत पाया गया था। हम बहुमत परीक्षण के दिन सभागृह में रहते भी तो कोई अलग परिणाम नहीं होता। शिवसेना के 16 विधायकों को अपात्र ठहराने के संबंध में शिवसेना की नोटिस पर 11 जुलाई को न्यायालय का निर्णय आएगा। इस विषय पर वडेट्टीवार ने कहा कि विधायकों की पात्रता के संबंध में उच्चतम न्यायालय संविधान अनुरुप निर्णय लेगा। कल के निर्णय पर राज्य ही नहीं देश की नजर रहेगे। निर्णय के लिए ही राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार रुका है। राज्य सरकार के विरोध में निर्णय जाने पर राज्य की राजनीति में फिर से भूकंप होगा।
Created On :   10 July 2022 7:52 PM IST