कपड़ों की गुणवत्ता से समझौता न करें बुनकर, गडकरी कहा - इस क्षेत्र में रोजगार की है अपार संभावनाएं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि कपड़े के क्षेत्र में वही आगे बढ़ सकता है, जिसके कपड़े की गुणवत्ता बेहतर होगी। उन्होने बुनकरों से कहा कि वे कपड़े की गुणवत्ता पर कभी समझौता नहीं करें। पावरलूम को टक्कर देने के लिए कपड़े की गुणवत्ता बेहतर होना जरूरी है। गडकरी ने यह बात यहां बुनकर विकास व अनुसंधान संगठन के दो दिवसीय बुनकर विचार मंथन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
उन्होने बुनकर समाज से वादा किया कि इस क्षेत्र के प्रोत्साहन के लिए जो भी नीतियां बनाई जाएगी, उसमें बुनकर समाज के सुझाव को सरकार के सामने रखने में वे मदद करेंगे। उन्हें नसीहत भी दी कि वे केवल सरकार के भरोसे न रहें, बल्कि अपना रास्ता खुद बनाएं। इसके लिए वे आधुनिक संयंत्रों का इस्तेमाल करने से न चूके। गडकरी ने कहा कि इस क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। महात्मा गांधी और दीनदयाल उपाध्याय की बातों का उदाहरण देते हुए कहा कि दोनों यह चाहते थे कि ज्यादा-से-ज्यादा उत्पादन हो, लेकिन इस उत्पादन में ज्यादा-से-ज्यादा लोगों का सहभाग हो।
इस मौके पर संगठन के अध्यक्ष विजय भारती ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य अपनी चार मांगों की तरफ केन्द्र सरकार का ध्यान आकर्षित करना है। संगठन की मांग है कि हैंडलूम वस्त्र को जीएसटी से मुक्त रखा जाए, बुनकरों को सिंगल विंडो सिस्टम में लाया जाए, बुनकर विकास आयोग का गठन किया जाए और अलग बुनकर मंत्रालय का गठन हो। भारती ने कहा कि औद्योगिक विकास की लहर गांव में पहुंचने से बुनकरों को रोटी के लाले पड़ गए हैं। बुनकर समाज अपनपे मूल कार्य को छोड़ते जा रहे हैं और उद्योगों को बचाने के लिए बैंकों से सस्ते ब्याज दर पर कर्ज की सुविधा दी जानी चाहिए।
Created On :   23 Nov 2021 8:18 PM IST