New Delhi News: संसद की तर्ज पर नगर पालिका में भी लागू हो प्रश्नकाल और शून्यकाल - लोकसभा अध्यक्ष

संसद की तर्ज पर नगर पालिका में भी लागू हो प्रश्नकाल और शून्यकाल - लोकसभा अध्यक्ष
  • स्थानीय निकाय लोकतंत्र को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण मंच
  • संसद की तर्ज पर नगर पालिका में भी लागू हो प्रश्नकाल और शून्यकाल

New Delhi News. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद की तर्ज पर नगर पालिका में भी प्रश्नकाल और शून्यकाल की व्यवस्था लागू करने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि नगरपालिकाओं में भी जनता से जुड़ी समस्याओं और विषयों पर चर्चा के लिए प्रश्नकाल और शून्यकाल की व्यवस्था शुरू करनी चाहिए। साथ ही नगर पालिका की बैठक सुचारू रूप से चल सके और ज्यादा-से-ज्यादा काम हो, इसके लिए सदस्यों को व्यवधान और हंगामे की स्थिति से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हंगामा लोकतंत्र की आदर्श परंपरा नहीं है।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने यह बात गुरुवार को हरियाणा के मानेसर में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के शहरी निकायों के सभापतियों के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के शहरी निकाय के सभापतियों का यह सम्मेलन लोकतंत्र को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण मंच है। उन्होंने संसद की तर्ज पर ही नगर पालिका में भी कामकाज पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हर राजनीतिक दल को सदन में रचनात्मक चर्चा में सहयोग करना चाहिए, सभी मिलकर नगर की समस्याओं पर सकारात्मक बहस करें। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्वशासन लोकतंत्र का मजबूत स्तंभ है। बिरला ने कहा कि लोकतंत्र को जड़ों तक पहुंचाने में नगरीय निकायों की भूमिका सबसे अहम है। विकसित भारत के निर्माण में शहरी निकायों को नई जिम्मेदारी निभानी होगी।

बिरला ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की नगरपालिकाओं से आए प्रतिनिधियों को उनका दायित्व याद दिलाते हुए कहा कि वर्ष 2047 तक के सपनों को पूरा करने में नगर निकायों की भागीदारी जरूरी है। हमें हर शहरी मुद्दे को जन आंदोलन में बदलना होगा, जैसे स्वच्छता आंदोलन बना, वैसे ही हर विषय में जनता की भागीदारी आवश्यक है।

Created On :   3 July 2025 7:29 PM IST

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