जो विचार संकुचित हो वह हिंदुत्व हो ही नहीं सकता है : फडणवीस

which thought is narrowed not be considered Hindutva - Fadnavis
जो विचार संकुचित हो वह हिंदुत्व हो ही नहीं सकता है : फडणवीस
जो विचार संकुचित हो वह हिंदुत्व हो ही नहीं सकता है : फडणवीस

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हिंदुत्व को लेकर चल रही बहस व विवादों पर कहा है कि जो विचार संकुचित हो वह कभी हिंदुत्व नहीं हो सकता है। हिंदुत्व की मानसिकता संकुचित हो ही नहीं सकती है। आरएसएस के विचारों को उत्कृष्ट दर्शाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा- सात वर्ष की उम्र से संघ की शाखा में जा रहा हूं। संघ के सामने नतमस्तक हुआ। संघ से ही संस्कार मिला है। समाज में जो भी योगदान दे पा रहा हूं,वह संघ का ही संस्कार है। गुरुवार को मराठी साहित्य सम्मेलन में साक्षात्कार में मुख्यमंत्री बोल रहे थे। संघ के संस्कारों पर उन्होंने यह भी कहा कि सबको सम्मान देने की दृष्टि संघ में मिलती है। संघ की शाखा में जाने के दौरान चर्च और मस्जिद में जाने पर भी मुझे देवदर्शन ही हुए। भारतीय जीवन पद्धति को जहां नाकारा जाता है वह हिंदुत्व को जगाना ही पड़ता है। जहां सहिष्णुता की जीवन पद्धति को स्वीकार किया जाता है वह हिंदुत्व है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 के चुनाव के लिए उन्होंने विजन डाक्यूमेंट तैयार किया है। राजनीति में अलग अलग अनुभव मिलते है। विपक्ष व सत्तापक्ष की अलग अलग भूमिका होती है। विपक्ष में रहते हुए हमने जो मांगे की थी, वादे किए थे उन्हें सत्ता में आकर पूरा किया गया है। चार वर्षो में प्रशासन पर पकड़ मजबूत हुई है। दिक्कत सहन करने की क्षमता में भी बढ़ोतरी हुई है। सरकारी नौकरी में 50 फीसदी आरक्षण दिया जाता है। सरकारी क्षेत्र की तुलना में निजी क्षेत्र में अधिक अवसर है। अगले 5 -10 वर्षो में आरक्षण का महत्त्व कम होगा। आरक्षण से नौकरी में ज्यादा फायदा नहीं होता है। इससे सिर्फ मन का समाधान होता है। फिर भी सामाजिक आरक्षण से हटकर आर्थिक आरक्षण की तरफ बढ़ने का वक्त फिलहाल नहीं है। समाज में जब संतोषजनक बदलाव होता है तब बेहतर समाज का निर्माण होता है। देश में बेघरों की संख्या बहुत है इसमें अनुसूचित जाति-जनजाति समाज के लोग भी शामिल है।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मराठी व्यक्ति कब मुख्यमंत्री बनेगा इसकी चर्चा होती है लेकिन 2050 तक देश को एक नहीं कई मराठी प्रधानमंत्री मिलेंगे। मराठी सम्मेलन में सम्मेलन के अध्यक्ष रामदास फुटाणे और आशुतोष शेवलकर द्वारा लिए गए साक्षात्कार  में आरक्षण के प्रश्न पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कितना भी आरक्षण दे फिर भी 90 फीसदी युवा सरकारी नौकरी से वंचित ही रहेंगे।

Created On :   4 Jan 2019 9:41 PM IST

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